
जम्मू एवं कश्मीर के खिलाड़ी इन दिनों बड़ौदा के मोती बाग मैदान में आगामी घरेलू सीजन की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन कुछ समय पहले तक उन्हें यह भी पता नहीं था कि भविष्य में वह क्या करेंगे. सरकार द्वारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद खिलाड़ियों को राज्य से बाहर जाने के लिए कहा गया. अगस्त से लेकर सितंबर की शुरुआत तक कोई हलचल नहीं हुई और खिलाड़ियों के पास रहने की भी जगह नहीं थी. ऐसे समय में उनके मेंटर और पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान ने सीईओ आशिक अली बुखारी सहित जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ के अधिकारियों से बात की और टीवी पर विज्ञापन देने की योजना बनाई. इसके जरिए कश्मीरी खिलाड़ियों को जम्मू में जेकेसीए कार्यालय पर रिपोर्ट करने के लिए कहा गया.
It's true that time flies but if u do it right u can be the pilot of that flight... #irfquote #quotes pic.twitter.com/rXXr6OGK0a
— Irfan Pathan (@IrfanPathan) August 21, 2019
यह भी पढ़ें: इसीलिए एमएस धोनी से उनके भविष्य को लेकर बात करना जरूरी, अनिल कुंबले ने कहा
इरफान ने कहा, "अगस्त के अंत में हमने विज्ञापन जारी करने का निर्णय किया और यह योजना काम कर गई. फिर हमने उन्हें बड़ौदा लाने और विजय हजारे ट्रॉफी से पहले एक कैम्प आयोजित करने का फैसला किया." उन्होंने कहा, "हमने जून के मध्य में कैम्प शुरू किया था और अच्छी प्रगति की थी. जब अगस्त की शुरुआत में कैम्प लगाया गया तो मैच खेलने और ट्रेनिंग करने का समय था. हम जानते हैं कि हम पीछे चल रहे हैं, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करने के लिए एक रास्ता खोजने की जरूरत थी कि लड़के क्रिकेट खेलने के लिए अच्छे से तैयार रहें.
यह भी पढ़ें: BCCI का उपबंध तोड़ने पर दिनेश कार्तिक ने बिना शर्त मांगी माफी, यह था मामला
जम्मू में केवल एक मैदान है और वहां अभ्यास करना असंभव हो गया क्योंकि अन्य आयु वर्ग के खिलाड़ी भी वहीं ट्रेनिंग करते हैं. आमतौर पर टीम नवंबर की शुरुआत तक श्रीनगर में प्रशिक्षण लेती है और फिर सर्दियों के दौरान जम्मू में स्थानांतरित हो जाती है.
VIDEO: धोनी के संन्यास पर युवा क्रिकेटरों के विचार सुन लीजिए.
जम्मू-कश्मीर क्रिकेट टीम के मेंटर इरफान ने कहा, "यह एक आदर्श स्थिति नहीं है. हम थोड़े कम तैयार हैं लेकिन हम पूरी कोशिश करेंगे. हमें मौजूदा स्थिति के बारे में सोचने की जरूरत है. हमें क्रिकेट खेलने के बारे में सोचने की जरूरत है. यह शिविर अधिकतम दो सप्ताह तक चलेगा"
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं