
टेस्ट क्रिेकेट के करीब 143 साल के इतिहास में ऐसे भी मौके आए, जब बल्लेबाजों ने टेस्ट को मानो वनडे क्रिकेट में तब्दील कर दिया!! ऐसी तूफानी बल्लेबाजी की कि फैंस भी हैरान रह गए कि ये बल्लेबाज टेस्ट खेलने उतरे हैं या फिर वनडे. दुनिया के शीर्ष बल्लेबाजों की बात करें, तो सबसे तेज पांच शतकों में कुछ ही गेंदों का अंतर है. ये बल्लेबाज मैदान पर उतरे और इन्होंने अपने आतिशी अंदाज से टेस्ट और वनडे के बीच की रेखा को पूरी तरह मिटा दिया.
इनमें सबसे ऊपर नाम हैं इन्यूजीलैंड के विकेटकीपर ब्रेंडन मैकलम का. साल 2015-16 में मैकलम ने क्राइस्टचर्च में कंगारुओं का बुरी तरह बैंड बजाते हुए सिर्फ 54 गेंदों में शतक जड़ डाला. मैकलम ने इस मैच में 21 चौकों व 6 छक्कों से सिर्फ 79 गेंदों पर 145 रन बना डाले. दूसरा सबसे तेज शतक वनडे किंग कहे जाने विव रिचर्डस ने साल 1986 में सेंट जॉन में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया. तब रिचर्ड्स ने 58 गेंदों पर 7 चौकों और इतने ही छक्कों से नाबाद 110 रन बनाए. और रिचर्ड्स का शतक आया सिर्फ 56 गेंदों पर
साल 2014-15 में ही पाकिस्तान के वर्तमान कोच मिस्बाह-उल-हक ने कंगारुओं के खिलाफ 56 गेंदों में ही शतक जड़ डाला. इस तरह मिस्बाह ने रिचर्ड्स के साथ संयुक्त रूप से अपना नाम लिखवा लिया. मिस्बाह ने दोनों पारियों में शतक बनाए थे. पारी के आखिर में मिस्बाह 57 गेंदों पर 101 रन बनाकर नाबाद रहे.
वहीं, चौथे नंबर पर एडम गिलक्रिस्ट हैं, जिन्होंने 2006-07 में पर्थ में इंग्लैंड के खिलाफ 57 गेंदों पर, तो जेएम जॉर्जरी ने 1921-22 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 67 गेंदों पर शतक बनाया था. भारत की बात करें, तो कपिल देव और अजहरुद्दीन संयुक्त रूप से 12वें नंबर पर हैं. कपिल ने 1986-87 में श्रीलंका के खिलाफ कानपुर में 74 गेंदों पर, तो अजहर ने भी 74 ही गेंदों पर 1996-97 में कोलकाता में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह कारनामा किया था.
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