हंबनटोटा:
कुशाल परेरा की अगुवाई में चोटी के बल्लेबाजों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से विशाल स्कोर खड़ा करने वाले श्रीलंका ने गेंदबाजी में भी अपने कौशल का अच्छा नमूना पेश करके पांचवें और अंतिम वनडे मैच में पाकिस्तान को 165 रन से करारी शिकस्त दी।
परेरा ने 109 गेंदों पर नौ चौकों और चार छक्कों की मदद से 116 रन बनाये जो उनके करियर का दूसरा शतक और सर्वोच्च स्कोर है। उन्होंने तिलकरत्ने दिलशान (62 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 164 रन जोड़े। बाद में कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (40 गेंदों पर नाबाद 70) और मिलिंदा श्रीवर्धना (26 गेंदों पर नाबाद 52) ने आखिरी नौ ओवरों में 114 रन की साझेदारी की जिससे टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने वाले श्रीलंका ने चार विकेट पर 368 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
पाकिस्तान के बल्लेबाज बड़े लक्ष्य के सामने दबाव में आ गए और उसकी पूरी टीम 37.2 ओवरों में 203 रन पर ढेर हो गई। उसकी तरफ से मोहम्मद हफीज ने सबसे ज्यादा 37 रन और कप्तान अजहर अली ने 35 रन बनाए। मोहम्मद रिजवान (29 रन) और सरफराज अहमद (27 रन) भी अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाए। श्रीलंका श्रृंखला पहले ही गंवा चुका था, लेकिन उसने आखिर में जीत के साथ श्रृंखला का अंत किया।
श्रीलंका की तरफ से ऑफ स्पिनर सचित्रा सेनानायके सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 39 रन देकर तीन विकेट लिए। वहीं तिसारा परेरा ने 38 रन देकर दो विकेट हासिल किए, जबकि मैथ्यूज, श्रीवर्धना और लाहिरू गमागे ने एक-एक विकेट लिया।
पाकिस्तान ने इस तरह से यह श्रृंखला 3-2 से जीती। इससे वह आईसीसी रैकिंग में वेस्ट इंडीज से आगे बढ़ने में सफल रहा, जिससे उसकी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई करने की संभावना बढ़ गई है।
इस मैच में श्रीलंका ने भी पाकिस्तान के खिलाफ अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया। इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ उसका सर्वोच्च स्कोर नौ विकेट पर 349 रन था जो उसने 1996 में सिंगापुर में बनाया था। पाकिस्तान के चार गेंदबाजों मोहम्मद इरफान, राहत अली, अनवर अली और यासिर शाह ने 70 से अधिक रन लुटाए। इनमें से केवल राहत अली को सफलता मिली। उन्होंने 74 रन देकर दो विकेट लिए। परेरा और दिलशान दोनों रन आउट हुए।
यह पहला मौका है, जब पाकिस्तान के चार गेंदबाजों ने एक मैच में 70 या इससे अधिक रन लुटाए। शोएब मलिक सबसे किफायती गेंदबाज रहे। उन्होंने दस ओवर में 44 रन दिए, लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। दिलशान तेजी से रन चुराने के प्रयास में रन आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी में 70 गेंद खेली और छह चौके लगाये। परेरा ने राहत अली की गेंद पर एक रन लेकर 90 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया।
यह साल 2015 में वनडे में बना 80वां शतक भी है जो रिकॉर्ड है। इससे पहले 2014 में वनडे में 79 शतक बने थे।
परेरा ने 109 गेंदों पर नौ चौकों और चार छक्कों की मदद से 116 रन बनाये जो उनके करियर का दूसरा शतक और सर्वोच्च स्कोर है। उन्होंने तिलकरत्ने दिलशान (62 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 164 रन जोड़े। बाद में कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (40 गेंदों पर नाबाद 70) और मिलिंदा श्रीवर्धना (26 गेंदों पर नाबाद 52) ने आखिरी नौ ओवरों में 114 रन की साझेदारी की जिससे टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने वाले श्रीलंका ने चार विकेट पर 368 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
पाकिस्तान के बल्लेबाज बड़े लक्ष्य के सामने दबाव में आ गए और उसकी पूरी टीम 37.2 ओवरों में 203 रन पर ढेर हो गई। उसकी तरफ से मोहम्मद हफीज ने सबसे ज्यादा 37 रन और कप्तान अजहर अली ने 35 रन बनाए। मोहम्मद रिजवान (29 रन) और सरफराज अहमद (27 रन) भी अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाए। श्रीलंका श्रृंखला पहले ही गंवा चुका था, लेकिन उसने आखिर में जीत के साथ श्रृंखला का अंत किया।
श्रीलंका की तरफ से ऑफ स्पिनर सचित्रा सेनानायके सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 39 रन देकर तीन विकेट लिए। वहीं तिसारा परेरा ने 38 रन देकर दो विकेट हासिल किए, जबकि मैथ्यूज, श्रीवर्धना और लाहिरू गमागे ने एक-एक विकेट लिया।
पाकिस्तान ने इस तरह से यह श्रृंखला 3-2 से जीती। इससे वह आईसीसी रैकिंग में वेस्ट इंडीज से आगे बढ़ने में सफल रहा, जिससे उसकी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई करने की संभावना बढ़ गई है।
इस मैच में श्रीलंका ने भी पाकिस्तान के खिलाफ अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया। इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ उसका सर्वोच्च स्कोर नौ विकेट पर 349 रन था जो उसने 1996 में सिंगापुर में बनाया था। पाकिस्तान के चार गेंदबाजों मोहम्मद इरफान, राहत अली, अनवर अली और यासिर शाह ने 70 से अधिक रन लुटाए। इनमें से केवल राहत अली को सफलता मिली। उन्होंने 74 रन देकर दो विकेट लिए। परेरा और दिलशान दोनों रन आउट हुए।
यह पहला मौका है, जब पाकिस्तान के चार गेंदबाजों ने एक मैच में 70 या इससे अधिक रन लुटाए। शोएब मलिक सबसे किफायती गेंदबाज रहे। उन्होंने दस ओवर में 44 रन दिए, लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। दिलशान तेजी से रन चुराने के प्रयास में रन आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी में 70 गेंद खेली और छह चौके लगाये। परेरा ने राहत अली की गेंद पर एक रन लेकर 90 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया।
यह साल 2015 में वनडे में बना 80वां शतक भी है जो रिकॉर्ड है। इससे पहले 2014 में वनडे में 79 शतक बने थे।
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