क्रिकेट वर्ल्डकप से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां...

खास बातें

  • भारतीयों के लिहाज से इस टूर्नामेंट की सबसे रोचक जानकारी यही है कि पाकिस्तान कभी भी टूर्नामेंट के दौरान भारत को नहीं हरा पाया है। दोनों टीमें कुल पांच बार एक-दूसरे से इस वर्ल्डकप में भिड़ी हैं, और पांचों बार पाकिस्तान ने मुंह की खाई है।
नई दिल्ली:

क्रिकेट वर्ल्डकप का अगला संस्करण वर्ष 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेला जाएगा, जिसकी घोषणा मंगलवार सुबह की गई। माना जा रहा है कि टूर्नामेंट को विश्वभर में टीवी पर ही लगभग एक अरब लोग देखेंगे, और जिन मैदानों में इसके मैच खेले जाएंगे, वे इतनी दूर-दूर बसे शहरों में होंगे कि उनके टाइम जोन में भी छह-छह घंटे तक का अंतर होगा।

वैसे भारतीयों के लिहाज से इस टूर्नामेंट की सबसे रोचक जानकारी यही है कि पाकिस्तान कभी भी टूर्नामेंट के दौरान भारत को नहीं हरा पाया है। दोनों टीमें कुल पांच बार एक-दूसरे से इस वर्ल्डकप में भिड़ी हैं, और पांचों बार पाकिस्तान ने मुंह की खाई है। भारत और पाकिस्तान वर्ल्डकप के पहले चार संस्करणों (1987, 1983, 1979, 1975) के अलावा वर्ष 2007 के संस्करण में एक-दूसरे से नहीं टकराए, लेकिन शेष पांचों संस्करणों (2011, 2003, 1999, 1996, 1992) में भारत ने पाक को पटखनी दी।

हर चार साल में एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सरताज तय करने के लिए होने वाले इस टूर्नामेंट का मौजूदा चैम्पियन भारत है, जिसने कुल दो बार - वर्ष 1983 में कपिल देव की कप्तानी में, और वर्ष 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में - यह खिताब जीता है। सबसे ज़्यादा बार इस खिताब को जीतने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम है, जो चार बार (1987, 1999, 2003, 2007) इस पर काबिज हो चुके हैं। इन दोनों देशों के अलावा वेस्ट इंडीज दो बार (1975, 1979) तथा पाकिस्तान (1992) व श्रीलंका (1996) में क्रिकेट वर्ल्डकप विजेता बन चुके हैं।

इस बार टूर्नामेंट में 14 टीमें भाग लेने जा रही हैं, जिनमें टेस्ट खेलने वाली 10 टीमों के अलावा चार क्वालिफाइंग टीमें होंगी। टेस्ट खेलने वाले ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, वेस्ट इंडीज और जिम्बाब्वे के अतिरिक्त आयरलैंड की टीम पहले ही क्वालिफाई कर चुकी है, जबकि शेष तीनों टीमों के रूप में संभवतः स्कॉटलैंड, हॉलैंड (नीदरलैंड), केन्या और कनाडा में से तीन का चयन उनकी मौजूदा रैंकिंग और परिणामों के आधार पर होगा।

44 दिनों तक चलने वाले इस क्रिकेट महाकुंभ के दौरान ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के 14 शहरों एडिलेड, ऑकलैंड, ब्रिस्बेन, कैनबरा, क्राइस्टचर्च, डुनेडिन, नेपियर, नेलसन, हैमिल्टन, होबार्ट, मेलबर्न, पर्थ, सिडनी तथा वेलिंगटन में कुल 49 मैच खेले जाएंगे। इन शहरों के टाइम जोन में छह घंटे तक का अंतर है। डेलाइट सेविंग टाइम के हिसाब से न्यूजीलैंड में खेले जाने वाले मैच ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट की तुलना में तीन घंटे पहले खेले जाएंगे, जबकि साल के उन दिनों में सिडनी का समय पश्चिमी तट पर स्थित पर्थ की तुलना में तीन घंटे आगे होगा है।

क्रिकेट विश्वकप का पहली बार आयोजन वर्ष 1975 में इंग्लैंड में किया गया था, जिसे लॉर्ड्स के मैदान में खेले गए फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराकर वेस्ट इंडीज़ ने जीता था। वर्ष 1979 में खेला गया दूसरा संस्करण भी वेस्ट इंडीज़ ने ही जीता था, जब उसने फाइनल मैच में लॉर्ड्स के ही मैदान में मेजबान इंग्लैंड को हराया। उसके बाद से वेस्ट इंडीज़ की टीम इसे कभी नहीं जीत पाई।

इस समय भारत इस कप का विजेता है, और उसने वर्ष 2011 के संस्करण के मुंबई में खेले गए फाइनल में श्रीलंका को हराया था। यह वर्ल्डकप के इतिहास में पहला मौका था, जब किसी देश ने घरेलू मैदान पर खिताब जीता। हालांकि श्रीलंका ने सह-मेजबान के रूप में वर्ष 1996 में खिताब जीता था, और वह भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर इसका आयोजन कर रहा था, लेकिन फाइनल मैच लाहौर (पाकिस्तान) में खेला गया था।

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हालांकि चार बार वर्ल्डकप का आयोजन इंग्लैंड में हो चुका है, लेकिन उसे तीन बार फाइनल में पहुंचने के बावजूद अब तक इसे जीतने का मौका नहीं मिल पाया है। वर्ष 1979 के फाइनल में इंग्लैंड की टीम अपनी ही धरती पर वेस्ट इंडीज़ से हारी थी, जबकि वर्ष 1987 में भारतीय भूमि पर वह ऑस्ट्रेलिया से हारी, और वर्ष 1992 में मेलबर्न में पाकिस्तान ने उन्हें हराकर टूर्नामेंट जीता। वर्ष 2003 में जिम्बाब्वे और केन्या के साथ मिलकर टूर्नामेंट का आयोजन करने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम इस टूर्नामेंट के फाइनल में भी कभी नहीं पहुंच पाई है।