सचिन तेंदुलकर से टिप्स लेते अर्जुन (फाइल फोटो)
वड़ोदरा:
मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को एक नई उपलब्धि हासिल हुई है। उन्हें हुबली में 24 मई से होने वाले अंतर क्षेत्रीय टूर्नामेंट के लिए वेस्ट जोन की अंडर-16 टीम में शामिल किया गया है। इस टीम के कप्तान ओएम भोसले होंगे। यह टूर्नामेंट 6 जून तक चलेगा।
टीम का ऐलान बड़ौदा क्रिकेट संघ के सचिव स्नेहल पारिख ने किया। भारतीय जूनियर चयन समिति की मंगलवार को हुई बैठक में टीम का चयन किया गया। बैठक की अध्यक्षता राकेश पारिख ने की। चयन समिति में तुषार अरोठे, शांतनु सुगवेकार, समीर दिघे और जे कृष्णा राव थे।
मुंबई टीम में भी हुआ था चयन
अर्जुन तेंदुलकर को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अंडर-16 पय्याडे ट्रॉफी टूर्नामेंट में बेहतरीन हरफनमौला प्रदर्शन के आधार पर मुंबई अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए भी चुना गया था।
दिखी युवराज सिंह की झलक
अर्जुन की पय्याडे ट्रॉफी में 106 रनों की शतकीय पारी को क्रिकेट प्रेमियों ने हाथों-हाथ लिया था। शतक बनाते ही अर्जुन तेंदुलकर माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे थे, और उनके प्रशंसकों का कहना था कि इस पारी में अर्जुन बाएं-हत्था बल्लेबाज युवराज सिंह की तरह खेलते दिखे।
खेल चुके हैं 42 गेंदों में 118 रन की पारी
2014 में मुंबई में स्मैश मास्टर ब्लास्टर टूर्नामेंट में अर्जुन ने धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल टीम की तरफ से खेलते हुए एक मैच में सिर्फ 42 गेंदों पर 118 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी।
कई दिग्गजों से ली टिप्स
अर्जुन को सचिन के अलावा कई दिग्गजों से क्रिकेट की बारीकियां सीखने का अवसर मिल रहा है। अर्जुन ने बॉलिंग की टिप्स वसीम अकरम से ली हैं, वहीं साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी जोन्टी रोड्स से फील्डिंग टिप्स भी ले चुके हैं।
क्रिकेट को लेकर जुनूनी है अर्जुन : अकरम
मई, 2015 में मुंबई में वसीम अकरम ने अर्जुन को गेंदबाजी के गुर सिखाए थे। इसके बाद NDTV से बातचीत में उन्होंने कहा था, 'वह भारत या पाकिस्तान के किसी 15-वर्षीय किशोर की तरह क्रिकेट को लेकर जुनूनी हैं। मैंने उन्हें फिटनेस और कलाई की स्थिति को लेकर कुछ सामान्य बातें बताई।'
अकरम ने कहा, 'मैंने समझाया कि दायें हाथ के बल्लेबाज के लिए गेंद को अंदर कैसे लाया जाता है। मैंने यह वादा किया है कि तीन महीने अभ्यास करने के बाद उन्हें दायें हाथ के बल्लेबाज को आउट स्विंग के बारे में बताऊंगा।'
अर्जुन से जुड़े कुछ अन्य फैक्ट्स
-अर्जुन नवंबर, 2011 हैरिस शील्ड शील्ड टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में शून्य पर आउट हो गए थे। ये वही टूर्नामेंट है जिसमें सालों पहले सचिन ने अपने स्कूल के लिए खेलते हुए साथी क्रिकेटर विनोद कांबली के साथ 664 रनों की रिकॉर्ड पार्टनरशिप की थी।
-इस मैच में बैट से फ्लॉप होने के बाद अर्जुन ने बॉलिंग में 22 रन देकर 8 विकेट लिए थे और टीम को जीत दिलाई थी।
-अर्जुन ने अपना पहला शतक मई, 2012 में बनाया था। उन्होंने 13 साल की आयु में मुंबई क्रिकेट एसोसिएसन के अंडर-14 समर वैकेशन टूर्नामेंट में 124 रन बनाए थे।
अंडर-16 वेस्ट जोन टीम : ओएम भोसले (कप्तान), वासुदेव पाटिल, सुवेद पारकर, समित पटेल, संप्रीत बग्गा, यशस्वी जायसवाल, दिव्यांश सक्सेना, नील जाधव, अर्जुन तेंदुलकर, योगेश डोंगरे, अथर्व अंकोलेकर, सूरज सुरयाल, सिद्धार्थ देसाई, आकाश पांडे, मुकुंद सरदार। स्टैंड बाय : किरण मोरे, सत्यलक्ष्य जैन, निहार भुयान, विग्नेश सोलंकी, वैभव पाटिल।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
टीम का ऐलान बड़ौदा क्रिकेट संघ के सचिव स्नेहल पारिख ने किया। भारतीय जूनियर चयन समिति की मंगलवार को हुई बैठक में टीम का चयन किया गया। बैठक की अध्यक्षता राकेश पारिख ने की। चयन समिति में तुषार अरोठे, शांतनु सुगवेकार, समीर दिघे और जे कृष्णा राव थे।
मुंबई टीम में भी हुआ था चयन
अर्जुन तेंदुलकर को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अंडर-16 पय्याडे ट्रॉफी टूर्नामेंट में बेहतरीन हरफनमौला प्रदर्शन के आधार पर मुंबई अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए भी चुना गया था।
दिखी युवराज सिंह की झलक
अर्जुन की पय्याडे ट्रॉफी में 106 रनों की शतकीय पारी को क्रिकेट प्रेमियों ने हाथों-हाथ लिया था। शतक बनाते ही अर्जुन तेंदुलकर माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे थे, और उनके प्रशंसकों का कहना था कि इस पारी में अर्जुन बाएं-हत्था बल्लेबाज युवराज सिंह की तरह खेलते दिखे।
खेल चुके हैं 42 गेंदों में 118 रन की पारी
2014 में मुंबई में स्मैश मास्टर ब्लास्टर टूर्नामेंट में अर्जुन ने धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल टीम की तरफ से खेलते हुए एक मैच में सिर्फ 42 गेंदों पर 118 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी।
कई दिग्गजों से ली टिप्स
अर्जुन को सचिन के अलावा कई दिग्गजों से क्रिकेट की बारीकियां सीखने का अवसर मिल रहा है। अर्जुन ने बॉलिंग की टिप्स वसीम अकरम से ली हैं, वहीं साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी जोन्टी रोड्स से फील्डिंग टिप्स भी ले चुके हैं।
क्रिकेट को लेकर जुनूनी है अर्जुन : अकरम
मई, 2015 में मुंबई में वसीम अकरम ने अर्जुन को गेंदबाजी के गुर सिखाए थे। इसके बाद NDTV से बातचीत में उन्होंने कहा था, 'वह भारत या पाकिस्तान के किसी 15-वर्षीय किशोर की तरह क्रिकेट को लेकर जुनूनी हैं। मैंने उन्हें फिटनेस और कलाई की स्थिति को लेकर कुछ सामान्य बातें बताई।'
अकरम ने कहा, 'मैंने समझाया कि दायें हाथ के बल्लेबाज के लिए गेंद को अंदर कैसे लाया जाता है। मैंने यह वादा किया है कि तीन महीने अभ्यास करने के बाद उन्हें दायें हाथ के बल्लेबाज को आउट स्विंग के बारे में बताऊंगा।'
अर्जुन से जुड़े कुछ अन्य फैक्ट्स
-अर्जुन नवंबर, 2011 हैरिस शील्ड शील्ड टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में शून्य पर आउट हो गए थे। ये वही टूर्नामेंट है जिसमें सालों पहले सचिन ने अपने स्कूल के लिए खेलते हुए साथी क्रिकेटर विनोद कांबली के साथ 664 रनों की रिकॉर्ड पार्टनरशिप की थी।
-इस मैच में बैट से फ्लॉप होने के बाद अर्जुन ने बॉलिंग में 22 रन देकर 8 विकेट लिए थे और टीम को जीत दिलाई थी।
-अर्जुन ने अपना पहला शतक मई, 2012 में बनाया था। उन्होंने 13 साल की आयु में मुंबई क्रिकेट एसोसिएसन के अंडर-14 समर वैकेशन टूर्नामेंट में 124 रन बनाए थे।
अंडर-16 वेस्ट जोन टीम : ओएम भोसले (कप्तान), वासुदेव पाटिल, सुवेद पारकर, समित पटेल, संप्रीत बग्गा, यशस्वी जायसवाल, दिव्यांश सक्सेना, नील जाधव, अर्जुन तेंदुलकर, योगेश डोंगरे, अथर्व अंकोलेकर, सूरज सुरयाल, सिद्धार्थ देसाई, आकाश पांडे, मुकुंद सरदार। स्टैंड बाय : किरण मोरे, सत्यलक्ष्य जैन, निहार भुयान, विग्नेश सोलंकी, वैभव पाटिल।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं