भारत के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने बताया जिस दिन शेन वॉर्न के निधन की खबर आई थी उस दिन टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ काफी दुखी थे. अश्विन ने राहुल द्रविड़ से जब इस बारे में बात की तो राहुल द्रविड़ ने उनको शेन वॉर्न के बारे में एक कहानी सुनाई.
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महान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर का 4 मार्च को थाईलैंड में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. 52 साल की उम्र में वार्न की मौत ने क्रिकेट जगत को स्तब्ध कर दिया. अश्विन ने अपने यू ट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा कि मैंने राहुल द्रविड़ के साथ बातचीत की, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लंबे समय तक एक-दूसरे के खिलाफ खेलने के बाद आईपीएल फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स में तीन साल तक वॉर्न के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया था.
अश्विन ने कहा "मैं राहुल द्रविड़ से बात कर रहा था जो बेहद दुखी थे. एक स्पिनर के लिए, आपके कंधे और शरीर के ऊपरी हिस्से को बेहद मजबूत होना जरूरी है क्योंकि आपको गेंद को स्पिन करने के लिए कई तरह के घुमाओं का इस्तेमाल करना पड़ता है. स्पिनर को ज्यादा से ज्यादा नेट्स में गेंदबाजी करनी चाहिए.
अश्विन ने बताया कि द्रविड़ की वार्न के साथ बातचीत में उन्होंने पूछा कि आपके कंधे इतने मजबूत कैसे हैं, तो उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया में एक खेल होता है Aussies rules football. यह कुछ-कुछ रगबी की तरह होता है. वे बचपन से ये खेल खेलना चाहते थे लेकिन वे इतनी लंबी कद काठी के नहीं थे और उनका शरीर उतना मजबूत नहीं था. बचपन में वार्न के पैर की हड्डी टूट गई थी कोई बच्चा ऊंची हाइट से उनकी पीठ पर कूद गया था जिसके बाद उनके दोनों पैरों की हड्डी टूट गई थी.
दोनों पैरों में प्लास्टर के साथ सभी काम करने के लिए अपने शरीर के ऊपरी भाग का काफी दिनों तक ज्यादा इस्तेमाल करना पड़ा जिससे उनका ऊपरी ज्यादा मजबूत हो गया. उनके कंधे एक स्पिनर के हिसाब से काफी मजबूत हो गए थे. उस समय उनके साथी उनका मजाक भी बनाते थे लेकिन इस बात से वॉर्न कभी भी निराश नहीं हुए बल्कि अपने आप को मानसिक रूप से और भी मजबूत किया.
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