अश्विन और जडेजा भारतीय गेंदबाजी के आधार स्तंभ हैं (फाइल फोटो)
श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पहली पारी में टीम इंडिया के लेग स्पिनर रवींद्र जडेजा ने टेस्ट क्रिकेट में अपने 150 विकेट पूरे किए. जडेजा ने श्रीलंका टीम की पहली पारी के दौरान धनंजय डिसिल्वा को बोल्ड करते हुए यह उपलब्धि हासिल की. मौजूदा समय में टेस्ट क्रिकेट के नंबर वन बॉलर जडेजा ने अपने 32वें टेस्ट में इस आंकड़े को छुआ. वे सबसे तेजी से 150 टेस्ट विकेट तक पहुंचने के मामले में रविचंद्रन अश्विन के बाद दूसरे भारतीय गेंदबाज हैं. अश्विन ने 29 टेस्ट में 150 टेस्ट विकेट पूरे किए थे. खास बात यह है कि जडेजा ने भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज अनिल कुंबले से कम मैचों में यह उपलब्धि हासिल की है.
कुंबले ने 34वें टेस्ट मैच में 150वां विकेट लिया था जबकि हरभजन सिंह 35वें टेस्ट में इस लैंडमार्क तक पहुंचे थे. जडेजा 150 टेस्ट विकेट तक पहुंचने वाले टीम इंडिया के बाएं हाथ के स्पिनरों में सबसे तेज साबित हुए हैं. वीनू मांकड़ ने 40वें, बिशन सिंह बेदी ने 41वें और टीम इंडिया के मौजूदा कोच रवि शास्त्री ने 78वें टेस्ट में 150वां विकेट लिया था.
यह भी पढ़े : ICC गेंदबाजी रैंकिंग में जडेजा शीर्ष पर कायम
रवींद्र जडेजा को एक समय शॉर्टर फॉर्मेट का गेंदबाज ही माना जाता था. आलोचकों का मानना था कि उनकी गेंदबाजी वनडे और टी20 क्रिकेट के लिहाज से ही सही है और टेस्ट क्रिकेट में उन्हें बहुत ज्यादा कामयाबी नहीं मिल पाएगी लेकिन गुजरात के इस जांबाज खिलाड़ी ने अपनी कड़ी मेहनत से इस धारणा को गलत साबित किया.
वीडियो : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया की जीत पर सनी का विश्लेषण
टेस्ट में गेंदबाज की भूमिका में खरे उतरने के अलावा जडेजा एक हजार से ज्यादा टेस्ट रन बना भी चुके हैं. टेस्ट करियर का 150वां विकेट हासिल करने के लिए जडेजा के लिए इससे बेहतर गेंद नहीं हो सकती थी. जड्डू ने यह गेंद तेज फेंकी जो कि तेजी से टर्न होकर नए बल्लेबाज धनंजय डिसिल्वा का ऑफ स्टंप ले उड़ी. धनंजय डिसिल्वा को अपनी पहली ही गेंद पर पेवेलियन लौटना पड़ा. जडेजा ने इससे पहले श्रीलंका टीम के कप्तान दिनेश चंदीमल का भी विकेट हासिल किया था. चंदीमल को उन्होंने 10 रन के निजी स्कोर पर जडेजा ने हार्दिक पंड्या के हाथों कैच कराया था.
कुंबले ने 34वें टेस्ट मैच में 150वां विकेट लिया था जबकि हरभजन सिंह 35वें टेस्ट में इस लैंडमार्क तक पहुंचे थे. जडेजा 150 टेस्ट विकेट तक पहुंचने वाले टीम इंडिया के बाएं हाथ के स्पिनरों में सबसे तेज साबित हुए हैं. वीनू मांकड़ ने 40वें, बिशन सिंह बेदी ने 41वें और टीम इंडिया के मौजूदा कोच रवि शास्त्री ने 78वें टेस्ट में 150वां विकेट लिया था.
यह भी पढ़े : ICC गेंदबाजी रैंकिंग में जडेजा शीर्ष पर कायम
रवींद्र जडेजा को एक समय शॉर्टर फॉर्मेट का गेंदबाज ही माना जाता था. आलोचकों का मानना था कि उनकी गेंदबाजी वनडे और टी20 क्रिकेट के लिहाज से ही सही है और टेस्ट क्रिकेट में उन्हें बहुत ज्यादा कामयाबी नहीं मिल पाएगी लेकिन गुजरात के इस जांबाज खिलाड़ी ने अपनी कड़ी मेहनत से इस धारणा को गलत साबित किया.
वीडियो : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया की जीत पर सनी का विश्लेषण
टेस्ट में गेंदबाज की भूमिका में खरे उतरने के अलावा जडेजा एक हजार से ज्यादा टेस्ट रन बना भी चुके हैं. टेस्ट करियर का 150वां विकेट हासिल करने के लिए जडेजा के लिए इससे बेहतर गेंद नहीं हो सकती थी. जड्डू ने यह गेंद तेज फेंकी जो कि तेजी से टर्न होकर नए बल्लेबाज धनंजय डिसिल्वा का ऑफ स्टंप ले उड़ी. धनंजय डिसिल्वा को अपनी पहली ही गेंद पर पेवेलियन लौटना पड़ा. जडेजा ने इससे पहले श्रीलंका टीम के कप्तान दिनेश चंदीमल का भी विकेट हासिल किया था. चंदीमल को उन्होंने 10 रन के निजी स्कोर पर जडेजा ने हार्दिक पंड्या के हाथों कैच कराया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं