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This Article is From Dec 14, 2018

IND vs AUS, 2nd Test, Day 1: भारत के लिए पहला दिन मिला-जुला, हनुमा विहारी के प्रदर्शन ने खड़ा किया सवाल

AUS vs IND, 2nd Test, Day 1: दूसरे टेस्ट के पहले दिन का सरप्राइज पैकेज पार्टटाइमर हनुमा विहारी रहे, जिन्होंने दो मंझे हुए बल्लेबाजों को चलता किया.

IND vs AUS, 2nd Test, Day 1: भारत के लिए पहला दिन मिला-जुला, हनुमा विहारी के प्रदर्शन ने खड़ा किया सवाल
AUS vs IND, 2nd Test: मैच के पहले दिन हनुमा विहारी गेंद से सरप्राइज पैकेज साबित हुए
पर्थ:

भारत और मेजबान ऑस्ट्रेलिया ((India tour of Australia, 2018-19) ) के बीच पर्थ (Perth Stadium, Perth) में दूसरा टेस्ट (AUS vs IND, 2nd Test, Day 1)  का पहला दिन भारत के लिए मिला जुला रहा. टॉस जीतकर पहले बल्ला थामने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने  दिन का खेल खत्म होने तक 90 ओवरों में 6 विकेट  277 रन बना लिए. दूसरे सेशन से दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बीच ऑस्ट्रेलिया को इस स्कोर तक पहुंचाने में शॉन मार्श (45) और ट्रेविस हेड (58) के बीच चौथे विकेट के लिए हुई 84 रन का योगदान रहा. भारत के लिए ईशांत शर्मा ने दो, तो बुमार और उमेश यादव ने 1-1 विकेट चटकाया. लेकिन सबसे ज्यादा चौंकाने वाला प्रदर्शन किया पार्टटाइमर ऑफ स्पिनर हनुमा विहारी ने, जिन्होंने जमकर खेल रहे मारकस हैरिस  (70) और फिर शॉन मार्श को चलता किया. अब यहां से भारत के लिहाज से महत्वपूर्ण बात यह है कि शनिवार सुबह भारत कितनी जल्द कंगारुओं की पारी को समेट पाता है. 

इससे पहले दूसरे सेशन में उमेश यादव के उस्मान ख्वाजा (5) के रूप में दूसरा विकेट गिराने के बाद हनुमा विहारी ने थोड़ी ही देर बाद जमकर खेल रहे मारकस हैरिस (70) के रूप में ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका दिया. वहीं, पहला विकेट जसप्रीत बुमराह ने एरॉन फिंच (50) को एलबीडब्ल्यू आउट कर हासिल किया था. आउट होने से पहले फिंच ने मारकस हैरिस के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 112 रन की साझेदारी निभाई. 
तीसरा सेशन: पंत की मेहरबानी और...!
चायकाल के समय ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट पर 145 ओवर से जैसे ही आगे खेलना शुरू किया, वैसे ही इस सेशन के दूसरे ओवर में उसे एक और बड़ा झटका लगा, जब पीटर हैंड्सकॉम्ब (7) को उमेश यादव ने स्लिप में विराट कोहली के हाथों लपकवा कंगारुओं को बैकफुट पर ला दिया. और क्या कहने विराट कोहली के इस कैच के. हवा में उड़कर मानो पेड़ से सेव तोड़ लिया हो कोहली ने! बहरहाल, भारत को अच्छा फल मिला, लेकिन इसके बाद शॉन मार्श और ट्रेविस हेड ने पिच पर लंगर डाल दिया. ये दोनों नियमित अंतराल पर रन बनाते रहे. और साझेदारी धीरे-धीरे ही सही, लेकिन ऊपर की ओर जाती रही. वास्तव में दोनों के बीच हुई पांचवें विकेट के लिए हुई 84 रन की साझेदारी 38 पर ही सिमट सकती थी, लेकिन विकेट के पीछे चिल्लाने वाले ज्यादा और काम कम करने वाले ऋषभ पंत ने हनुमा विहारी की गेंद पर मार्श का आसान कैच 47वें ओवर में टपका दिया. इसके बाद तो यह साझेदारी 84 रन तक खिंच गई. मार्श पचासे से भले ही चूक गए, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की आड़े समय में मदद कर गए. पर उन्हें अपना शिकार विहारी ने ही बनाया, जब कोहली ने एक और बेहतरीन कैच लपकते हुए अर्धशतक से पहले ही मार्श की पारी का अंत कर दिया. मार्श के आउट होने के कुछ देर बाद ही जमकर खेल रहे ट्रेविस हेड (58) भी दूसरी नई गेंद के साथ बॉलिंग करने आए ईशांत शर्मा की गेंद को कट करने की कोशिश में थर्ड-मैन पर मोहम्मद शमी के हाथों लपके गए. 
दूसरा सेशन: .  ...और आखिर खत्म हुआ विकेटों का सूखा
लंच के समय हैरिस 36 और फिंच 28 पर नाबाद थे. और लंच के बाद भी इन दोनों ने अपने भरोसे के स्तर को और ऊंचा करते हुए शानदार अर्धशतक जड़कर विराट कोहली की हताशा को पढ़ा दिया. पहले मारकस हैरिस ने पचासा जड़ा , तो इसके कुछ देर बाद फिंच ने भी अर्धशतक जड़कर अपनी फॉर्म हासिल कर ली. लेकिन इसी स्कोर पर बदलाव के तहत लाए गए जसप्रीत बुमराह ने फिंच की पारी का एलबीडब्ल्यू से अंतर विकेट के लिए तरस गई भारतीय टीम को पहली कामयाबी दिला ही दी. इसके बाद उस्मान ख्वाजा (5) ने हैरिस के साथ जमने की कोशिश की, लेकिन पहले टेस्ट की तरह ही यह लेफ्टी बल्लेबाज जसप्रीत बुमराह के सामने बेबस ही नजर आया. शुरुआत से ही लगता रहा कि ख्वाजा कभी भी पवेलियन लौट सकते हैं. और इस इंतजार को खत्म किया उमेश यादव ने. पहले विकेट के करीब दस ओवर बाद उमेश यादव की एक उठती हुई गेंद ख्वाजा के लिए कहर साबित हुई. और गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेती हुई विकेट के पीछे पंत के हाथों में समा गई. ऑस्ट्रेलिया इस झटके से संभला भी नहीं थी कि इस बार चौंकाने की बारी थी हनुमा विहारी की. विहारी ने सभी को चौंकाया अपनी उछाल से. करीब तीन ओवर बाद ही जब विराट ने विहारी की गेंद थमाई, तो उन्हें मिली उछाल ने मारकस हैरिस (70) की आंखें खोल दीं. लेकिन वह खुद को स्लिप में कैच थमाने में आई मजबूरी को दूर धकेलने में नाकाम साबित हुए. और पहली स्लिप में रहाणे के हाथों लपके गए. ऑस्ट्रेलिया के लिए थोड़ी राहत की बात यह रही कि इस सेशन में उन्होंने चौथा विकेट नहीं गिरने दिया.  

LUNCH! पहला सेशन:

1. बेहतरीन दिखाई पड़ें कंगारू ओपनर

टॉस जीतकर पहले बल्ला थामने के बाद इस बार दोनों कंगारू सलामी बल्लेबाज एरॉन फिंच और मारकस हैरिस एडिलेड की तुलना में ज्यादा भरोसेमंद और सहज दिखाई पड़े. अगर कुछ मौकों को छोड़ दें, तो नई गेंद ने इन दोनों को ज्यादा परेशान नहीं किया. ईशांत और बुमराह की गेंदों को दोनों ने पूरे विश्वास के साथ खेला. और विकेट पर टिकने का जज्बा इन दोनों के भीतर साफ दिखाई पड़ा. परेशानी तब हुई, जब आक्रमण पर मोहम्मद शमी आए. शमी के पहले और पारी के 12वें ही ओवर में फिंच के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की जोरदार अपील हुईं. पहली पर विराट का लिया गया रिव्यू बेकार चला गया, तो ठीक अगली गेंद पर  विराट रिव्यू लेने की हिम्मत नहीं जुटा सके. कुल मिलाकर फिंच ने सुधार करते हुए हैरिस के साथ मिलकर पहले दिन का पहला सेशन 66 रन जोड़कर अपनी टीम के नाम कर दिया. 

विकेट पतन: 112-1 (फिंच, 35.2), 130-2 (उस्मान, 45.6), 134-3 (हैरिस, 48.2), 148-4 (हैंड्सकॉम्ब, 54.1), 232-5 (मार्श, 76.6), 251-6 (हेड, 82.1)

इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया . भारत इस मैच में चार तेज गेंदबाजों के साथ मैदान पर उतरा. आर. अश्विन की जगह उमेश यादव, तो रोहित शर्मा की जगह हनुमा विहारी को जगह दी गई है. अश्विन और रोहित चोटिल होकर वीरवार को ही मैच से बाहर हो चुके थे. ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड की ही इलेवन को बरकरार रखा है. दोनों देशों की फाइनल इलेवन इस प्रकार है:ऑस्ट्रेलिया : टिम पेन (कप्तान/विकेटकीपर), एरॉन फिंच, मार्कस हैरिस, उस्मान ख्वाजा, शॉन मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब, ट्रेविस हेड, मिशेल स्टॉर्क, पैट कमिंस, नाथन लॉयन और जोश हेजलवुड भारत : विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव 

VIDEO: ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर रवाना होने से पहले विराट के विचार सुनिए. 


कुल मिलाकर दूसरे टेस्ट के पहले दिन पार्टटाइमर हनुमा विहारी ने अपने प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया, लेकिन उनकी कामयाबी ने विराट और टीम मैनेजमेंट पर उंगली उठाते हुए यह भी साफ कर दिया कि भारत को इलेवन में एक विशेषज्ञ स्पिनर के साथ मैदान पर उतरना चाहिए था. मतलब साफ है कि टीम मैनेजमेंट पर्थ में पिच पढ़ने से चूक गया और मीडिया हाइप और इतिहास और तथा-कथित घास को देखते हुए उसने चार सीमरों के साथ उतरने का फैसला किया. स्पिनरों का रोल यहां से बहुत अहम होगा. यह देखने वाली बात होगी कि भारतीय बल्लेबाज खासकर चौथी पारी में नॉथन लॉयन से कैसे निपटेंगे? 

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