
- लॉर्ड्स टेस्ट मैच के तीसरे दिन के आखिरी ओवर में जैक क्रॉली ने समय बर्बाद करने के लिए रक्षात्मक खेल दिखाया, जिससे कप्तान शुभमन गिल नाराज हुए.
- क्रॉली ने बुमराह की गेंद पर ऐसा रिएक्शन दिया कि गेंद उनके हाथ पर लगी, लेकिन उन्होंने आगे गेंद खेलने से मना कर दिया.
- न्यूज़ीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज टिम साउदी ने शुभमन गिल की शिकायतों पर सवाल उठाए और कहा कि यह खेल का हिस्सा है.
Tim Southee on final-over controversy : लॉर्ड्स टेस्ट मैच के तीसरे दिन के आखिरी समय में जैक क्रॉली ने समय बर्बाद करने के लिए कई तरह की पैंतरेबाज़ी की जिसे देखकर कप्तान शुभमन गिल काफी भड़क गए थे. दरअसल, तीसरे दिन आखिरी दो ओवर का खेल बचा हुआ था. ऐसे में इंग्लैंड की दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह गेंदबाजी करने आए. बुमराह के ओवर की पांचवीं गेंद जो क्रॉली ने रक्षात्मक तरीके से खेला, गेंद उनके ग्लव्स पर लगी थी लेकिन क्रॉली ने ऐसा रिएक्ट किया कि जैसे उन्हें गंभीर चोट लग गई है. उन्होंने आगे गेंद खेलने से मना कर दिया और फिजियों को बुलाने की इशारा करने लगे. दरअसल, क्रॉली बुमराह के इस ओवर को पूरा खेल लेते तो एक और ओवर का खेल होता लेकिन क्रॉली ने सोच-समझ कर समय को बर्बाद करने की कोशिश की जिसपर कप्तान गिल काफी गुस्से में आ गए और क्रॉली के साथ बहस करने लगे.
वहीं, तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद न्यूज़ीलैंड के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ टिम साउदी जो इस समय इंग्लैंड टीम के गेंदबाजी कंसलटेंट हैं, उन्होंने लंदन में तीसरे दिन के खेल के बाद मीडिया से बात की और शुभमन गिल की हरकत पर अपनी राय दी. साउदी ने गिल को लेकर कहा, "मुझे समझ नहीं आ रहा कि कल जब शुभमन गिल दिन के बीच में मालिश करवाने के लिए लेट रहे थे, तो वे किस बात की शिकायत कर रहे थे."
साउदी ने अपनी बात आगे ले जाते हुए कहा, "अंत में दोनों टीमों को जोश से भरपूर देखना हमेशा रोमांचक होता है. ज़ाहिर है, दिन के अंत में ऐसा होना खेल का ही हिस्सा है. दिन खत्म करने का यह एक रोमांचक तरीका है."
साउदी ने आगे कहा कि "क्रॉली को आखिरी ओवर में लगी चोट के लिए "रात भर उनका आकलन" किया जाएगा, और साथ ही यह भी कहा कि इस घटना ने सीरीज़ की "ऊर्जा" को दर्शाया है. उन्होंने कहा, "दोनों टीमों ने अच्छी क्रिकेट खेली है और अच्छी भावना से, और आज रात दिन के अंत में थोड़ी ऊर्जा दिखी," उन्होंने कहा। "तीन दिन काफ़ी लंबे रहे हैं, और दोनों टीमों में अभी भी जोश देखकर अच्छा लगा."
मैच की बात करें तो लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 387 रन बनाए थे. भारतीय टीम की पहली पारी भी 387 रन पर ही समाप्त हुई. भारत को इस स्कोर तक पहुंचाने में ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने अहम भूमिका निभाई, जिन्होंने 72 रनों की शानदार पारी खेली. वहीं, तीसरे दिन की समाप्ति के समय इंग्लैंड ने बिना कोई विकेट गंवाए दूसरी पारी में 2 रन बनाए.
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