प्रतीकात्मक तस्वीर
दुबई:
टेस्ट, एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से जुड़े नए नियम बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के बीच रविवार को मीरपुर में शुरू हुई श्रृंखला के साथ प्रभावी हो गए।
आईसीसी ने विज्ञप्ति में स्पष्ट किया, 'खेलने के हालात अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लागू होंगे और इन्हें क्रिकेट के नियमों के साथ पढ़ा जाएगा। खेलने के हालात क्रिकेट के नियमों को प्रभावित कर सकते हैं, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लागू होंगे, यह बदलाव हालांकि क्रिकेट के नियमों का संशोधन नहीं हैं।'
खेलने के हालात में संशोधन के अलावा आईसीसी की संशोधित आचार संहिता भी रविवार से प्रभावी हो गई।
खेलन के नए नियमों के अनुसार, वनडे में पहले 10 ओवर में कैचिंग पोजीशन में क्षेत्ररक्षक को खड़ा करना अनिवार्य नहीं होगा। इसके अलावा बल्लेबाजी पावर प्ले भी नहीं होगा।
अब 41 से 50 ओवर के बीच पांच खिलाड़ी 30 गज के घेरे के बाहर खड़े हो सकते हैं। अगर दूसरी टीम बल्लेबाजी कर रही है और नियमित मध्यांतर के समय मैच खत्म होने के करीब है, तो कोई भी एक कप्तान नतीजा हासिल करने के लिए अंपायर से खेल को 15 मिनट न्यूनतम चार ओवर अतिरिक्त खींचने के लिए कह सकता है।
अब से प्रत्येक तरह की नोबॉल पर फ्री हिट दी जाएगी। अगर सीमा से अधिक क्षेत्ररक्षकों के घेरे से बाहर रहने के कारण नोबॉल हुई है, तो स्ट्राइकर के नहीं बदलने की स्थिति में भी फ्री हिट के लिए क्षेत्ररक्षण में बदलाव होगा, लेकिन सिर्फ गलती को सुधारने के लिए।
अब गेंदबाज को गेंद फेंकने से पहले बल्लेबाज को रन आउट करने की स्वीकृति होगी, बशर्ते उसने अपना डिलीवरी एक्शन पूरा नहीं किया हो। यह नियम टेस्ट, वनडे और टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में लागू होंगे।
डीआरएस के अंतर्गत अब खिलाड़ी को 15 सेकेंड के भीतर रिव्यु का फैसला करना होगा। अब मैदानी अंपायर यह जानने के लिए टीवी अंपायर की सहायता ले पाएगा कि गेंद स्पाइडर कैमरे या इसकी तार से टकराई है या नहीं।
फिलहाल महिला क्रिकेट के टेस्ट, वनडे और टी20 के अंतरराष्ट्रीय नियमों में अभी कोई बदलाव नहीं हुआ है।
आईसीसी ने विज्ञप्ति में स्पष्ट किया, 'खेलने के हालात अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लागू होंगे और इन्हें क्रिकेट के नियमों के साथ पढ़ा जाएगा। खेलने के हालात क्रिकेट के नियमों को प्रभावित कर सकते हैं, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लागू होंगे, यह बदलाव हालांकि क्रिकेट के नियमों का संशोधन नहीं हैं।'
खेलने के हालात में संशोधन के अलावा आईसीसी की संशोधित आचार संहिता भी रविवार से प्रभावी हो गई।
खेलन के नए नियमों के अनुसार, वनडे में पहले 10 ओवर में कैचिंग पोजीशन में क्षेत्ररक्षक को खड़ा करना अनिवार्य नहीं होगा। इसके अलावा बल्लेबाजी पावर प्ले भी नहीं होगा।
अब 41 से 50 ओवर के बीच पांच खिलाड़ी 30 गज के घेरे के बाहर खड़े हो सकते हैं। अगर दूसरी टीम बल्लेबाजी कर रही है और नियमित मध्यांतर के समय मैच खत्म होने के करीब है, तो कोई भी एक कप्तान नतीजा हासिल करने के लिए अंपायर से खेल को 15 मिनट न्यूनतम चार ओवर अतिरिक्त खींचने के लिए कह सकता है।
अब से प्रत्येक तरह की नोबॉल पर फ्री हिट दी जाएगी। अगर सीमा से अधिक क्षेत्ररक्षकों के घेरे से बाहर रहने के कारण नोबॉल हुई है, तो स्ट्राइकर के नहीं बदलने की स्थिति में भी फ्री हिट के लिए क्षेत्ररक्षण में बदलाव होगा, लेकिन सिर्फ गलती को सुधारने के लिए।
अब गेंदबाज को गेंद फेंकने से पहले बल्लेबाज को रन आउट करने की स्वीकृति होगी, बशर्ते उसने अपना डिलीवरी एक्शन पूरा नहीं किया हो। यह नियम टेस्ट, वनडे और टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में लागू होंगे।
डीआरएस के अंतर्गत अब खिलाड़ी को 15 सेकेंड के भीतर रिव्यु का फैसला करना होगा। अब मैदानी अंपायर यह जानने के लिए टीवी अंपायर की सहायता ले पाएगा कि गेंद स्पाइडर कैमरे या इसकी तार से टकराई है या नहीं।
फिलहाल महिला क्रिकेट के टेस्ट, वनडे और टी20 के अंतरराष्ट्रीय नियमों में अभी कोई बदलाव नहीं हुआ है।
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