एनडीटीवी के संस्थापकों के ख़िलाफ़ कार्रवाई मीडिया की आज़ादी का पूरी तरह उल्लंघन

एनडीटीवी के संस्थापकों के ख़िलाफ़ कार्रवाई मीडिया की आज़ादी का पूरी तरह उल्लंघन

बुनियादी अधिकारों का पूरी तरह उल्लंघन करते हुए और मीडिया को लगातार शर्मनाक ढंग से ये चेतावनी देते हुए कि पूरी तरह दंडवत होने से कम उन्हें कुछ भी मंज़ूर नहीं है, एनडीटीवी के संस्थापकों राधिका और प्रणय रॉय को आज देश से बाहर जाने से रोक दिया गया. उन्हें एक सप्ताह बाहर रहना था और 15 तारीख़ को उनकी वापसी का टिकट था. उनको एक ऐसे फ़र्ज़ी और बेबुनियाद भ्रष्टाचार के मामले को आधार बना कर रोका गया है जो सीबीआई ने दो साल पहले उनकी कंपनी आरआरपीआर द्वारा आईसीआईसीआई बैंक से लिए गए एक लोन को लेकर दर्ज किया था जो समय से पहले सूद समेत पूरी तरह वापस कर दिया गया था. इस मामले को एनडीटीवी के संस्थापकों और उनकी कंपनी द्वारा दिल्ली हाइकोर्ट में चुनौती दी गई जहां ये मामला दो साल से लंबित है. इस मामले में राधिका और प्रणय रॉय पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं और वे लगातार देश से बाहर आते-जाते रहे हैं तो ये संकेत देना हास्यास्पद है कि उनका बाहर जाना ख़तरनाक हो सकता है. अधिकारियों ने आज की कार्रवाई के बारे में न अदालत को जानकारी दी जहां ये मामला लंबित है, न राय दंपति को. मीडिया मालिकों पर छापों के साथ ये भी मीडिया को एक चेतावनी है कि वो उनके पीछे चले या नतीजा भुगते.