मैथिली भाषा को दिल्ली के स्कूलों में आठवीं से बारहवीं कक्षा तक वैकल्पिक विषय (ऑप्शनल सब्जेक्ट) के रूप में पढ़ाया जाएगा. पंजाबी और उर्दू की तरह ही मैथिली भाषा पढ़ाई जाएगी.
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के अनुसार मैथली-भोजपुरी अकादमी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराएगी. मैथली का कम्प्यूटर फॉन्ट बनवाया जाएगा. दिल्ली सरकार मैथली-भोजपुरी भाषा के अवार्ड भी शुरू करेगी. सरकार द्वारा कुल 12 अवार्ड दिए जाएंगे.
उन्होंने बताया कि पांच दिन का मैथली-भोजपुरी उत्सव आयोजित होगा. यह आयोजन दिल्ली के कनाट प्लेस में होगा.
दिल्ली सरकार के स्कूलों में मैथिली भाषा की पढ़ाई शुरू होगी. 8 वीं से 12वीं क्लास के बच्चे मैथिली को एक सबजेक्ट के रूप में ले सकेंगे.
— Manish Sisodia (@msisodia) July 15, 2019
इसके साथ ही दिल्ली सरकार आईएएस और अन्य सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए भी मैथिली विषय की कोचिंग उपलब्ध कराएगी.
उन्होंने कहा कि भोजपुरी को संविधान की आठवीं सूची में शामिल नहीं किया गया है, इस वजह से भोजपुरी भाषा पढ़ाई नहीं जा सकती. इसको संविधान की आठवीं सूची में शामिल करने के लिए लिखेंगे.
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