गवर्नर से मिलने के बाद पीडीपी नेता मेहबूबा मुफ़्ती ने मीडिया के ज़रिए बीजेपी पर दबाव बनाने की सीधी कोशिश की। उन्होंने तो बीजेपी के साथ सरकार बनाने की संभावना से इनकार किया और न ही बीजेपी के साथ जाने की कोई बात ही की। उल्टा 55 विधायकों के साथ की बात कर ऐसा तीर छोड़ा जो कई दिशाओं में एक साथ जाता प्रतीत होता है।
मेहबूबा ने 55 विधायकों के साथ का दावा भी सीधे-सीधे नहीं किया, बल्कि मीडिया में लगाए जा रहे गणित का हवाला देते हुए किया। और मीडिया ये हिसाब पीडीपी के 28 के अलावा कांग्रेस के 12 और एनसी के 15 विधायकों को जोड़ कर लगा रहा है। यानि पीडीपी-कांग्रेस-एनसी के महागठबंधन को सामने रख।
लेकिन ऐसा भी नहीं है कि मेहबूबा सीधे सीधे इस महागठबंधन पर विकल्प के तौर पर स्वीकारती नज़र आयी। बल्कि इसका वो बीजेपी को ये संदेश देने की कोशिश करती नज़र आती हैं कि हमसे गठबंधन कर सरकार बनानी है तो हमारी शर्तें माननी पड़ेगी।
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This Article is From Dec 31, 2014
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