बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक में गठबंधन का नाम फाइनल हो गया. 26 दलों की इस बैठक में गठबंधन का नाम INDIA रखा गया है. INDIA यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस. सवाल ये है कि विपक्षी गठबंधन का नाम INDIA ही क्यों रखा गया? सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने इस नाम का प्रस्ताव रखा था. जिस पर नीतीश कुमार ने यह जानना चाहा कि क्या ये NDA जैसा सुनाई तो नहीं दे रहा है. नीतीश के इस पॉइंट पर भी चर्चा हुई. ममता बनर्जी ने भी इस पर हामी भर दी. अब आप देखिए कांग्रेस पार्टी के भी नाम में पहले दो अक्षर INDIAN NATIONAL CONGRESS ही है. यानी कांग्रेस ने INDIA पर अपनी छाप छोड़ दी है. ये सोच राहुल की थी.
ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भी कहा कि हम सब के फेवरिट राहुल गांधी... ये एक नया अंदाज था ममता बनर्जी का... हो सकता है एक दिन पहले सोनिया गांधी और ममता बनर्जी की जो 20 मिनट की अनौपचारिक मुलाकात हुई है. शायद ये उसी का नतीजा हो. हालांकि, इस बैठक में नेता पद पर कोई बात नहीं हुई. मगर ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष खरगे इसके अध्यक्ष हो सकते हैं. नीतीश कुमार को संयोजक बनाया जा सकता है. सोनिया गांधी की भूमिका सलाहकार और संकटमोचक की होगी.
सोनिया गांधी INDIA गठबंधन की चेयरपर्सन नहीं होनी वाली हैं. मुंबई की अगली बैठक में यह सब तय हो जाएगा और कुछ वर्किंग ग्रुप भी बनाए जाएंगे. वहीं पर एक्शन प्लान को अंतिम रूप दिया जाएगा. बेंगलुरु की बैठक में शरद पवार और अरविंद केजरीवाल की शिरकत से सभी ने राहत की सांस ली थी.
लेकिन बंगाल में TMC के साथ, केरल में वामदलों और अब पंजाब और दिल्ली में आम आदमीं पार्टी के साथ सीटों के समझौते का मामला फंसा हुआ है. हो सकता है कि इस पर आगे कोई बात ना हो. यानी बंगाल में कांग्रेस और तृणमूल का गठबंधन हो और वामदल अलग रहें और दिल्ली और पंजाब में आप के साथ समझौता ना होकर कोई और व्यवस्था की जाए. साथ ही केरल में भी वामदल और कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ लड़ेंगे. यानी INDIA विपक्ष का स्पेस भी बीजेपी को नहीं देना चाहती है.
2024 की यह लड़ाई अब दिलचस्प हो गई जहां एक लकीर खिंच गई है और देश की तमाम राजनीतिक दलों को यह तय करना है कि वो INDIA में है या NDA में. यानी मुक़ाबला मजेदार होने वाला है.
मनोरंजन भारती NDTV इंडिया में मैनेजिंग एडिटर हैं...
डिस्क्लेमर: इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं.