नई दिल्ली:
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सारे एनालिसिस डायलिसिस पर हैं। कभी कोई एनालिसिस डायलिसिस मशीन से बाहर आता है, तो कभी वो वापस मशीन पर चला जाता है। किसका अंदाज़ी-टक्कर सटीक बैठेगा लड़ाई इस बात को लेकर है। अब लड़ाई एनडीए और महागठबंधन में नहीं है। लड़ाई है कौन सा एग्जिट पोल सही है। इतने तरह के रिज़ल्ट आ गए हैं कि मैं मांग करता हूं भारत में एक अखिल भारतीय एग्ज़िट पोल नियामक आयोग बने और उसका चेयरमैन मुझे बनाया जाए, ताकि मैं सत्यापित करूं कि कौन सा एग्ज़िट पोल सही है।
एग्ज़िट पोल के सही गलत होने का अपना इतिहास है और आप तो जानते ही हैं। जैसे ही गुरुवार को टुडे चाणक्य ने कहा कि बिहार में एनडीए को 243 में 155 सीटें आ सकती हैं और महागठबंधन को ठनठन यानी 83 तो इससे हार जीत का अंदाज़ी-टक्कर यानी आंकलन करने वालों की दुनिया में हड़कंप मच गया। जिन्हें खुश होना चाहिए था, वो तो हुए मगर भीतर भीतर वे भी सहम गए होंगे। शुक्रवार दोपहर को एक्सिस माई इंडिया ने अपना सर्वे जारी किया तो गेंद इन स्वींग की जगह आउट स्विंग हो चुकी थी यानी महागठबंधन को 169 से 183 सीटें मिलने का दावा किया गया और एनडीए 64।
अगर एग्जिट पोल नियामक आयोग न होने की वजह से ये सब हो रहा है। सोचिये एक एग्ज़िट पोल में एनडीए 155 सीटें पा रही है और एक में सिर्फ 64। एक में महागठबंधन 169 से 183 तो एक में 83। तराजू सही नहीं है या बटखरा ये मैं नहीं बता सकता। पर ये ज़रूर हुआ कि एक्सिस ने ये आंकड़ा अपनी वेबसाइट पर डालकर हटा लिया। एक्सिस के मैदान से हटने के बाद चाणक्या अकेला मैदान में खड़ा है जो बीजेपी के जीतने की साफ साफ भविष्यवाणी कर रहा है। बाकी एग्जिट पोल के अनुसार किसी एक पक्ष के लिए लहर नहीं दिखती है। यह एकदम साफ है। इसलिए आठ तारीख को कुछ भी हो सकता है।
बिहार में बीते 15 वर्षों में इस बार सबसे अधिक 56.8 प्रतिशत मतदान हुआ है। महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया है। पुरुष मतदाताओं का प्रतिशत 54.1 ही है, जबकि महिलाओं का 59.3 प्रतिशत। तो कौन जीतेगा बिहार चुनाव, जो भी जीतेगा अंतिम रूप से आठ को ही जीतेगा।
एग्ज़िट पोल के सही गलत होने का अपना इतिहास है और आप तो जानते ही हैं। जैसे ही गुरुवार को टुडे चाणक्य ने कहा कि बिहार में एनडीए को 243 में 155 सीटें आ सकती हैं और महागठबंधन को ठनठन यानी 83 तो इससे हार जीत का अंदाज़ी-टक्कर यानी आंकलन करने वालों की दुनिया में हड़कंप मच गया। जिन्हें खुश होना चाहिए था, वो तो हुए मगर भीतर भीतर वे भी सहम गए होंगे। शुक्रवार दोपहर को एक्सिस माई इंडिया ने अपना सर्वे जारी किया तो गेंद इन स्वींग की जगह आउट स्विंग हो चुकी थी यानी महागठबंधन को 169 से 183 सीटें मिलने का दावा किया गया और एनडीए 64।
अगर एग्जिट पोल नियामक आयोग न होने की वजह से ये सब हो रहा है। सोचिये एक एग्ज़िट पोल में एनडीए 155 सीटें पा रही है और एक में सिर्फ 64। एक में महागठबंधन 169 से 183 तो एक में 83। तराजू सही नहीं है या बटखरा ये मैं नहीं बता सकता। पर ये ज़रूर हुआ कि एक्सिस ने ये आंकड़ा अपनी वेबसाइट पर डालकर हटा लिया। एक्सिस के मैदान से हटने के बाद चाणक्या अकेला मैदान में खड़ा है जो बीजेपी के जीतने की साफ साफ भविष्यवाणी कर रहा है। बाकी एग्जिट पोल के अनुसार किसी एक पक्ष के लिए लहर नहीं दिखती है। यह एकदम साफ है। इसलिए आठ तारीख को कुछ भी हो सकता है।
- एबीपी के एग्ज़िट पोल में BJP+ को 108 सीटें और महागठबंधन को 130 सीटें दी गई हैं... 5 सीटें अन्य के खाते में दिखाई गई हैं।
- इंडिया टीवी- सी वोटर के एग्ज़िट पोल में BJP+ को 111 और महागठबंधन को 122 सीटें दी गईं हैं...10 सीटें अन्य को मिली हैं।
- आज तक-सिसरो के एग्ज़िट पोल में BJP+ को 120 और महागठबंधन को 117 सीटें दी गईं... 6 सीटें अन्य को।
- न्यूज़ नेशन के एग्ज़िट पोल में BJP+ को 117 और महागठबंधन को 122 सीटें दी गईं हैं।
बिहार में बीते 15 वर्षों में इस बार सबसे अधिक 56.8 प्रतिशत मतदान हुआ है। महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया है। पुरुष मतदाताओं का प्रतिशत 54.1 ही है, जबकि महिलाओं का 59.3 प्रतिशत। तो कौन जीतेगा बिहार चुनाव, जो भी जीतेगा अंतिम रूप से आठ को ही जीतेगा।
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