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मोहित एम राव

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    कर्नाटक चुनाव में रणनीति बदलना क्यों नहीं आया BJP के काम : समझें आंकड़ों से

    कर्नाटक चुनाव से पहले BJP ने दो साहसिक कदम उठाए थे - आमतौर पर कर्नाटक में BJP की बागडोर संभालते रहे मज़बूत लिंगायत राजनेताओं पर निर्भरता को कम कर दिया, और अलोकप्रिय माने जाने वाले विधायकों के टिकट काट दिए. उस वक्त BJP के रणनीतिकारों का कहना था, यह सत्ता-विरोधी लहर का मुकाबला करने के लिए गुजरात और मध्य प्रदेश से अपनाई गई रणनीति थी, जहां 'हिन्दुत्व' अक्सर जातिगत हिसाब-किताब और विधायकों के व्यक्तिगत प्रभाव पर भारी पड़ता रहा है.

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    कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बेहद जटिल है पार्टियों का जातिगत गणित

    कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जाति हमेशा की तरह बड़ा कारक बनी हुई है, और सभी पार्टियां सभी जातियों से अधिकतम वोट हासिल करने के लिए विधानसभा सीट के स्तर पर सोशल इंजीनियरिंग कर रही हैं. सभी पार्टियों द्वारा चुने गए प्रत्याशियों पर नज़र डालने से यह साफ-साफ दिखाई देता है.

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    कर्नाटक में अगर JDS हुई कमज़ोर, तो BJP हासिल कर सकती है ऐतिहासिक उपलब्धि

    विधानसभा चुनाव 2023 में स्पष्ट बहुमत हासिल करने के लिए कांग्रेस को न सिर्फ अपना वोट शेयर बढ़ाना होगा, बल्कि उन्हें जनता दल सेक्युलर (JDS) के भी कुछ सीटों पर कमज़ोर होने और कुछ सीटों पर मज़बूत होने की दुआ करनी होगी...