नई दिल्ली:
अब तक आपने अंडरग्राउंड घर के बारे में तो जरूर ही सुना होगा, लेकिन अगर कोई आपसे एक ऐसी गांव की बारे में बात करे जो अंडरग्राउंड हो, तो आप क्या कहेंगे? जाहिर सी बात है कि यह सुनकर आप चौंक तो जरूर जाएंगे. लेकिन आपको चौंकने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आज जिस गांव की बात हम करने जा रहे हैं, वह वाकई में अंडरग्राउंड ही है. जी हां, आज हम बात करने जा रहे हैं दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया के ऐसे गांव की जो जमीन के नीचे बसा हुआ है.
बता दें, दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में एक छोटा-सा गांव है, जिसका नाम कूबर पेडी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यहां के 60 फीसदी लोग अंडरग्राउंड घरों में रहते हैं. यहां ओपल की कई खदानें हैं. अकेले कूबर पेडी में ही 70 से ज्यादा ओपल फील्ड्स हैं और ओपल की माइनिंग के लिए यह दुनिया में सबसे बड़ा क्षेत्र है. यहां ज्यादातर अंडरग्राउंड सिस्टम खदानों को ध्यान में रखते हुए मजदूरों ने इनमें अतिरिक्त कमरे बनाकर यहीं रहना शुरू कर दिया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यहां जमीन के नीचे बनाए गए घर पूरी तरह से फर्निश्ड और सारी सुख-सुविधाओं से लैस हैं. इस प्रकार के यहां करीब 1500 घर हैं, जिनमें 3500 से ज्यादा लोग रहते हैं. यह इस कस्बे की आबादी का 60 फीसदी हिस्सा है. इन घरों को डग आउट्स कहा जाता है. यहां गर्मी में न तो एसी की जरूरत है और न सर्दी में हीटर की. जमीन के अंदर होने से चलते यहां तापमान हमेशा आरामदेह रहता है.
ऐसा बताया जाता है कि यहां अंडरग्राउंड मकानों के साथ ही यहां स्टोर, बार, कैसीनो, म्यूजियम और चर्च के साथ बहुत कुछ मौजूद है. यहां कई हॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग होती रहती है. 'पिच ब्लैक' फिल्म की शूटिंग के बाद प्रोडक्शन ने फिल्म का स्पेसशिप यहीं छोड़ दिया था. अब यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है.
बता दें, दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में एक छोटा-सा गांव है, जिसका नाम कूबर पेडी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यहां के 60 फीसदी लोग अंडरग्राउंड घरों में रहते हैं. यहां ओपल की कई खदानें हैं. अकेले कूबर पेडी में ही 70 से ज्यादा ओपल फील्ड्स हैं और ओपल की माइनिंग के लिए यह दुनिया में सबसे बड़ा क्षेत्र है. यहां ज्यादातर अंडरग्राउंड सिस्टम खदानों को ध्यान में रखते हुए मजदूरों ने इनमें अतिरिक्त कमरे बनाकर यहीं रहना शुरू कर दिया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यहां जमीन के नीचे बनाए गए घर पूरी तरह से फर्निश्ड और सारी सुख-सुविधाओं से लैस हैं. इस प्रकार के यहां करीब 1500 घर हैं, जिनमें 3500 से ज्यादा लोग रहते हैं. यह इस कस्बे की आबादी का 60 फीसदी हिस्सा है. इन घरों को डग आउट्स कहा जाता है. यहां गर्मी में न तो एसी की जरूरत है और न सर्दी में हीटर की. जमीन के अंदर होने से चलते यहां तापमान हमेशा आरामदेह रहता है.
ऐसा बताया जाता है कि यहां अंडरग्राउंड मकानों के साथ ही यहां स्टोर, बार, कैसीनो, म्यूजियम और चर्च के साथ बहुत कुछ मौजूद है. यहां कई हॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग होती रहती है. 'पिच ब्लैक' फिल्म की शूटिंग के बाद प्रोडक्शन ने फिल्म का स्पेसशिप यहीं छोड़ दिया था. अब यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है.
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