बेंगलुरु (Bengaluru) के चिन्नास्वामी स्टेडियम (Chinnaswamy Stadium) में बड़ोदा और कर्नाटक (Karnataka Vs Baroda) के बीच रणजी मैच (Ranji Trophy 2020) खेला गया. कमेंट्री कर रहे सुशील दोशी (Sushil Doshi) के एक बयान पर विवाद खड़ा हो गया है. लाइव मैच में कमेंट्री के दौरान कमेंटेटर ने कहा कि हर भारतीय को हिन्दी आनी चाहिए. यह हमारी मातृभाषा है. इससे बड़ी कोई और भाषा नहीं है. इस कमेंट पर सोशल मीडिया पर बवाल खड़ा हो गया है. गुरुवार को जब बड़ौदा टीम बल्लेबाजी कर रही थी तो उस वक्त सुशील दोशी और राजेंद्र अमरनाथ (Rajinder Amarnath) कमेंट्री कर रहे थे.
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सुशील दोशी ने कहा, ''मुझे अच्छा लगता है कि सुनील गावस्कर हिन्दी में कमेंट्री कर रहे हैं. खेल से जुड़ी अपनी राय भी इसी भाषा में जाहिर कर रहे हैं. अच्छा लगता है कि गावस्कर डॉट बॉल को 'बिंदी' बॉल कहते हैं.'' जिस पर राजेंद्र अमरनाथ ने कहा, ''हिंदुस्तान में हर हिंदुस्तानी को हिन्दी आनी चाहिए. यह हमारी मातृभाषा है. इससे बड़ी भाषा हमारे लिए कोई नहीं है.'' फिर सुशील दोशी ने कहा, ''वास्तव में, मैं उन लोगों को बहुत गुस्से से देखता हूं, जो कभी कहते हैं कि हम क्रिकेट खिलाड़ी हैं और फिर भी हम हिन्दी में बोलते हैं. अरे भाई! भारत में रहते हैं, तो भारत की भाषा ही बोलेंगे. इसमें गर्व की क्या बात है.'
देखें VIDEO:
Did this lunatic commentator just say “Every Indian should know Hindi” ? What on earth do you think you're @BCCI ? Stop imposing Hindi and disseminating wrong messages. Kindly atone. Every Indian need not know Hindi #StopHindiImposition #RanjiTrophy #KARvBRD pic.twitter.com/thS57yyWJx
— Ramachandra.M/ ರಾಮಚಂದ್ರ.ಎಮ್ (@nanuramu) February 13, 2020
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. लोग कमेंटेटर्स की खूब आलोचना कर रहे हैं और उनको हिन्दी न थोपने की हिदायत दे रहे हैं. रामचंद्रा नाम के ट्विटर यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ''इस कमेंटेटर ने कहा हर भारतीय को हिन्दी आनी चाहिए? आप होते कौन हैं ऐसा कहने वाले? लोगों पर हिन्दी थोपना बंद करें. हर भारतीय को हिन्दी आना जरूरी नहीं.''
There is no national language for India, most of the states in India has their own language!! #stopHindiImposition https://t.co/Sa9VPh0rvi
— Kavin Parameswaran (@Kavin_13111991) February 13, 2020
वहीं अन्य यूजर ने लिखा, ''भारत की कोई राष्ट्रीय भाषा नहीं है. हर राज्य की अपनी भाषा है. कृप्या हिन्दी को थोपना बंद करें.'' सोशल मीडिया पर इस वीडियो के अब तक 76 हजार से ज्यादा व्यूज हो चुके हैं.
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