नई दिल्ली:
भारतीय वायुसेना का अब तक सबसे बड़ा अभ्यास पोकरण में 22 फरवरी को होने जा रहा है। इसमें वायुसेना के सबसे पुराने जहाज से लेकर आधुनिक लड़ाकू विमान हिस्सा लेंगे।
वायुसेना की ताकत को देखने खुद तीनों सेनाओं के सुप्रीम कमांडर और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी पोकरण जाएंगे। दरअसल यह वायुसेना की ताकत की एक नुमाइश भर है। इनका पूरा रंग दिखेगा इस शुक्रवार को जब मिग 21, मिग 27, मिग 29, जगुआर, मिराज 200 से लेकर सुखोई 30 तक, करीब 130 लड़ाकू विमान मिलकर अपना जौहर दिखाएंगे।
वायुसेना ने इसे 'आयरन फिस्ट' − यानी फौलादी मुक्के का नाम दिया है। विमानों के अलावा हेलीकॉप्टर भी इस अभ्यास में हिस्सा लेंगे। एमआई−17 वी से लेकर एमआई 35 अटैक हेलीकॉप्टर सहित 50 के करीब हेलीकॉप्टर अपनी ताकत दिखाएंगे। इस कवायद में 45 ट्रांसपोर्ट विमान भी दिखेंगे। इनमें सी-130 से लेकर आइएल−76 तक शामिल होंगे।
इस अभ्यास से जुड़े विंग कमांडर आरके शर्मा कहते हैं कि इससे हमें अपने आपको परखने का मौका मिलेगा और दुनिया को अपनी ताकत दिखा पाएंगे। वैसे दो साल पहले ऐसे ही अभ्यास में वायुसेना ने आतंकी शिविरों को फोकस में रखा था। इस बार शहरों में घुसपैठ करने वाले आतंकवाद को निशाना जाएगा। अभ्यास में एनएसजी भी हिस्सा लेगी।
विंग कमांडर आरके शर्मा ने यह भी बताया इसे अभ्यास में हर तरह के हथियार बम से लेकर मिसाइल तक को अजमाया जाएगा। अगले महीने वायुसेना एक और बड़ा अभ्यास करने जा रही है।
मक़सद किसी भी वक़्त किसी हमले का जवाब देना है किसी कार्रवाई के लिए तैयार रहना है। सुबह हो या शाम दिन हो या रात।
वायुसेना की ताकत को देखने खुद तीनों सेनाओं के सुप्रीम कमांडर और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी पोकरण जाएंगे। दरअसल यह वायुसेना की ताकत की एक नुमाइश भर है। इनका पूरा रंग दिखेगा इस शुक्रवार को जब मिग 21, मिग 27, मिग 29, जगुआर, मिराज 200 से लेकर सुखोई 30 तक, करीब 130 लड़ाकू विमान मिलकर अपना जौहर दिखाएंगे।
वायुसेना ने इसे 'आयरन फिस्ट' − यानी फौलादी मुक्के का नाम दिया है। विमानों के अलावा हेलीकॉप्टर भी इस अभ्यास में हिस्सा लेंगे। एमआई−17 वी से लेकर एमआई 35 अटैक हेलीकॉप्टर सहित 50 के करीब हेलीकॉप्टर अपनी ताकत दिखाएंगे। इस कवायद में 45 ट्रांसपोर्ट विमान भी दिखेंगे। इनमें सी-130 से लेकर आइएल−76 तक शामिल होंगे।
इस अभ्यास से जुड़े विंग कमांडर आरके शर्मा कहते हैं कि इससे हमें अपने आपको परखने का मौका मिलेगा और दुनिया को अपनी ताकत दिखा पाएंगे। वैसे दो साल पहले ऐसे ही अभ्यास में वायुसेना ने आतंकी शिविरों को फोकस में रखा था। इस बार शहरों में घुसपैठ करने वाले आतंकवाद को निशाना जाएगा। अभ्यास में एनएसजी भी हिस्सा लेगी।
विंग कमांडर आरके शर्मा ने यह भी बताया इसे अभ्यास में हर तरह के हथियार बम से लेकर मिसाइल तक को अजमाया जाएगा। अगले महीने वायुसेना एक और बड़ा अभ्यास करने जा रही है।
मक़सद किसी भी वक़्त किसी हमले का जवाब देना है किसी कार्रवाई के लिए तैयार रहना है। सुबह हो या शाम दिन हो या रात।
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