रूस (Russia) की सेना यूक्रेन (Ukraine) पर लगातार हमले कर रही है और अमरीका (US) सहित उसके सहयोगी देश रूस (Russia) पर अभूतपूर्व प्रतिबंध लगा रहे हैं लेकिन इस बीच अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने कहा कि रूस की अंतरिक्ष एजेंसी के साथ उनका काम करना अब भी जारी है.नासा के प्रवक्ता डैन हॉट (Dan Huot) ने एएनआई को बताया कि नासा, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station) के सुरक्षित संचालन के लिए रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ( Roscosmos,) सहित सभी अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ काम कर रही है. रूस पर लगे ताजा प्रतिबंधों के बावजूद यह अमेरिका और रूस का नागरिक अंतरिक्ष सहयोग जारी रहेगा. हॉट ने कहा कि अंतरिक्ष और ग्राउंड स्टेशन संचालन में रोस्कोस्मोस के साथ सहयोग की योजना में कोई बदलाव नहीं किया जायेगा.
नासा के प्रवक्ता का यह बयान रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख और पुतिन के लंबे समय से सहयोगी दिमित्री रोगोज़िन की सोशल मीडिया पर चेतावनी के बाद आया है. रोगोज़िन ने कहा था कि कि अमेरिकी प्रतिबंधों से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़े कार्यक्रम के लिए "गंभीर" परिणाम हो सकते हैं.
अमेरिकी अंतरिक्षयात्री को ISS पर छोड़े जाने का था डर
रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद कुछ आशंकाएँ थीं कि रूस की अंतरिक्ष एजेंसी अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री वंडे हेई (Vande Hei) को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में ही छोड़ देगी. 30 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से रूस का रॉकेट पृथ्वी पर वापस लौटेगा.
इन चिंताओं के बावजूद, नासा ने कहा है कि वंडे हेई इस महीने के अंत में सोयुज रॉकेट (Soyuz rocket) से ही वापसी करेंगे. नासा ने कहा है कि वंडे हेई की कजाकिस्तान में उतरने की योजना में कोई बदलाव नहीं हुआ है. तीन हफ्ते पहले रूस-यूक्रेन संकट की वजह से अंतरिक्ष कार्यक्रमों के प्रक्षेपण रद्द हुए है और कई अनुबंधों को तोड़ दिया गया है.
राष्ट्रपति बाइडेन ने यूक्रेन पर हमले के जवाब में रूस पर पिछले कुछ दिनों में लगातार कई आर्थिक प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी. व्हाइट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान बाइडेन ने कहा था कि इन प्रतिबंधों से रूस के अंतरिक्ष कार्यक्रम सहित एयरोस्पेस उद्योग पर बुरा असर पड़ेगा.
अमेरिका और रूस का अंतरिक्ष सहयोग
पिछले 24 वर्षों से, अमेरिका और रूस ने आईएसएस के निर्माण और रखरखाव के लिए एक साथ काम किया है, जहां अनुसंधान ने 21 वीं सदी की कुछ सबसे महत्वपूर्ण खोजों को जन्म दिया है.
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर अमेरिका और रूस के अंतरिक्षयात्री पिछले 20 से अधिक वर्षों से स्थाई रूप से रह रहे हैं. यही दोनों देश इसका संचालन करते हैं. अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नियमित रूप से रूसी सोयुज कैप्सूल पर वापस पृथ्वी पर लौटते हैं.
नासा, यूरोप, जापान और कनाडा की अंतरिक्ष एजेंसियां अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन-आईएसएस को 2030 तक चालू रखना चाहती हैं, लेकिन रूस ने 2024 से आगे इस स्टेशन को चालू रखने में प्रतिबद्धता नहीं जताई है.
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