प्रतीकात्मक तस्वीर...
दुबई:
सऊदी अरब में वर्ष 2015 में कम से कम 157 लोगों का सिर कलम कर उन्हें सजा ए मौत दी गई। यह सल्तनत में दो दशक में सजा-ए-मौत का सर्वाधिक आंकड़ा है।
यह आंकड़ा कई मानवाधिकार समूहों का है जो विश्वभर में सजा-ए-मौत पर नजर रखते हैं। मादक पदार्थ जैसे अपराधों के लिए भी लोगों को मृत्युदंड दिया गया।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने नवंबर में कहा कि वर्ष की शुरुआत से कम से कम 63 लोगों को मादक पदार्थ संबंधी अपराधों के लिए मौत की सजा दी गई। यह आंकड़ा 2015 में मौत की कुल सजाओं का 40 प्रतिशत है।
एमनेस्टी ने कहा कि 1995 के बाद से सऊदी अरब में सजा-ए-मौत का यह सर्वाधिक आंकड़ा है। 1995 में 192 लोगों को मौत की सजा दी गई थी।
यह आंकड़ा कई मानवाधिकार समूहों का है जो विश्वभर में सजा-ए-मौत पर नजर रखते हैं। मादक पदार्थ जैसे अपराधों के लिए भी लोगों को मृत्युदंड दिया गया।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने नवंबर में कहा कि वर्ष की शुरुआत से कम से कम 63 लोगों को मादक पदार्थ संबंधी अपराधों के लिए मौत की सजा दी गई। यह आंकड़ा 2015 में मौत की कुल सजाओं का 40 प्रतिशत है।
एमनेस्टी ने कहा कि 1995 के बाद से सऊदी अरब में सजा-ए-मौत का यह सर्वाधिक आंकड़ा है। 1995 में 192 लोगों को मौत की सजा दी गई थी।
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