
मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद (फाइल फोटो)
लाहौर:
कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे जुबानी जंग की पृष्ठभूमि में पाकिस्तान सरकार मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के टेलीविजन चैनलों पर नजर आने पर लगी 'मीडिया नियामक प्रशासन' की रोक के संदर्भ में 'छूट देती' नजर आ रही है और यह आतंकी टेलीविजन चैनलों पर फिर दिखने लगा है.
कश्मीर में हालिया हिंसा का दौर शुरू होने के बाद से सईद फिर से निजी टेलीविजन चैनलों पर दिख रहा है और वह कश्मीरियों की पैरोकारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ तीखे बोल बोलते नजर आ रहा है. वह बीते एक सप्ताह के दौरान मुख्य रूप से 'नियो टीवी चैनल' के शो में दिखाई दिया है.
पाकिस्तान इलेक्ट्रानिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमरा) ने पिछले साल नवंबर में 'जमात-उद-दावा (जेयडूी), इसके मुखौटा संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) तथा करीब 60 सगठनों एवं इसके नेताओं की कवरेज पर रोक लगा दी थी.' जेयूडी और एफआईएफ हाफिज सईद के संगठन हैं.
पेमरा ने निजी चैनलों पर सईद के नजर आने के संदर्भ में कोई संज्ञान नहीं लिया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि नवाज शरीफ सरकार ने सईद एवं उसके संगठनों के खिलाफ लगे प्रतिबंध को 'चुपचाप' हटा लिया है. पेमरा के एक सूत्र ने बताया कि उसे सईद के निजी चैनलों पर नजर आने के संदर्भ में शिकायतें मिली थीं.
सूत्र ने कहा, 'इस मामले को पेमरा प्रमुख अबसार आलम के संज्ञान में लाया गया था, लेकिन उन्होंने चैनलों को कारण बताओ नोटिस जारी नहीं किया, जिससे संकेत मिलता है कि इस संदर्भ में सूचना मंत्रालय से कोई निर्देश मिला है.'
पेमरा ने पहले इलेक्ट्रानिक मीडिया को आगाह किया था कि उसके निर्देश का पालन नहीं होने की स्थिति में कानूनी कार्रवाई यानी लाइसेंस के निलंबन अथवा रद्द करने का कदम उठाया जा सकता है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कश्मीर में हालिया हिंसा का दौर शुरू होने के बाद से सईद फिर से निजी टेलीविजन चैनलों पर दिख रहा है और वह कश्मीरियों की पैरोकारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ तीखे बोल बोलते नजर आ रहा है. वह बीते एक सप्ताह के दौरान मुख्य रूप से 'नियो टीवी चैनल' के शो में दिखाई दिया है.
पाकिस्तान इलेक्ट्रानिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमरा) ने पिछले साल नवंबर में 'जमात-उद-दावा (जेयडूी), इसके मुखौटा संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) तथा करीब 60 सगठनों एवं इसके नेताओं की कवरेज पर रोक लगा दी थी.' जेयूडी और एफआईएफ हाफिज सईद के संगठन हैं.
पेमरा ने निजी चैनलों पर सईद के नजर आने के संदर्भ में कोई संज्ञान नहीं लिया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि नवाज शरीफ सरकार ने सईद एवं उसके संगठनों के खिलाफ लगे प्रतिबंध को 'चुपचाप' हटा लिया है. पेमरा के एक सूत्र ने बताया कि उसे सईद के निजी चैनलों पर नजर आने के संदर्भ में शिकायतें मिली थीं.
सूत्र ने कहा, 'इस मामले को पेमरा प्रमुख अबसार आलम के संज्ञान में लाया गया था, लेकिन उन्होंने चैनलों को कारण बताओ नोटिस जारी नहीं किया, जिससे संकेत मिलता है कि इस संदर्भ में सूचना मंत्रालय से कोई निर्देश मिला है.'
पेमरा ने पहले इलेक्ट्रानिक मीडिया को आगाह किया था कि उसके निर्देश का पालन नहीं होने की स्थिति में कानूनी कार्रवाई यानी लाइसेंस के निलंबन अथवा रद्द करने का कदम उठाया जा सकता है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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