प्रतीकात्मक तस्वीर
रोम:
इटली को एक ताजा सूचकांक में यूरोप का सबसे ज्यादा भ्रष्ट देश घोषित किया गया है और इसे सूचकांक में सेनेगल, मोंटेनिग्रो, लेसोथो तथा दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों के साथ रखा गया है।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के वार्षिक 2015 भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में इटली को पिछले साल के मुकाबले आठ अंक ऊपर 61वें रैंकिंग दी गई है, जो उत्तरी यूरोप के दूसरे देशों को मिली रैंकिंग से काफी नीचे है। सूचकांक में 174 देशों को शामिल किया गया है।
डेनमार्क को धरती पर सबसे कम भ्रष्ट देश घोषित किया गया है, जिसके बाद फिनलैंड और स्वीडन को जगह दी गई है। वहीं नॉर्वे, ब्रिटेन और जर्मनी को भी सबसे कम भ्रष्ट 10 देशों में जगह दी गई है।
दक्षिण यूरोपीय देश स्पेन (36) और ग्रीस (58) को भी इटली से बेहतर रैंकिंग मिली है। इटली के कोर्ट ऑफ एडीटर के मुताबिक भ्रष्टाचार से इटली के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को सालाना 60 अरब यूरो या चार फीसदी का नुकसान होता है।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के वार्षिक 2015 भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में इटली को पिछले साल के मुकाबले आठ अंक ऊपर 61वें रैंकिंग दी गई है, जो उत्तरी यूरोप के दूसरे देशों को मिली रैंकिंग से काफी नीचे है। सूचकांक में 174 देशों को शामिल किया गया है।
डेनमार्क को धरती पर सबसे कम भ्रष्ट देश घोषित किया गया है, जिसके बाद फिनलैंड और स्वीडन को जगह दी गई है। वहीं नॉर्वे, ब्रिटेन और जर्मनी को भी सबसे कम भ्रष्ट 10 देशों में जगह दी गई है।
दक्षिण यूरोपीय देश स्पेन (36) और ग्रीस (58) को भी इटली से बेहतर रैंकिंग मिली है। इटली के कोर्ट ऑफ एडीटर के मुताबिक भ्रष्टाचार से इटली के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को सालाना 60 अरब यूरो या चार फीसदी का नुकसान होता है।
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