 
                                            डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                वाशिंगटन: 
                                        अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि चीन के साथ संबंधों को बेहतर बनाना उनके प्रशासन की प्राथमिकता होगी. कुछ दिनों पहले उन्होंने मुद्रा हेरफेर और दक्षिण चीन सागर में सैन्य निर्माण करने को लेकर बीजिंग की आलोचना की थी.
ट्रंप ने आयोवा में बृहस्पतिवार को एक सार्वजनिक सभा में कहा, चीन उन देशों में शामिल है, जिनके साथ हमें संबंधों को बेहतर बनाना आवश्यक है. हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि चीन की अर्थव्यवस्था जोड़-तोड़ वाली है.
ट्रंप ने कहा, अमेरिका को व्यापार में जो घाटा होता है, उनमें से लगभग आधे के लिए चीन जिम्मेदार है. चीन बाजार आधारित अर्थव्यवस्था नहीं है. उन्हें बहुत अधिक मदद मिली है और इसलिए हम उन्हें एक गैर-बाजार अर्थव्यवस्था कहते हैं. उन्होंने कहा कि चीन नियमों के अनुसार नहीं चला है जबकि उनका देश नियमों के अनुसार आगे बढ़ा है.
उन्होंने कहा, आपके पास बड़े पैमाने पर चोरी की बौद्धिक संपदा है, आप हमारी कंपनियों पर अनुचित कर लगा रहे हैं. वे लोग उत्तर कोरिया के खतरे से निपटने में वैसी मदद नहीं कर रहे हैं, जैसी उनको करनी चाहिए और अपनी मुद्रा का भारी अवमूल्यन कर रहे हैं.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
                                                                        
                                    
                                ट्रंप ने आयोवा में बृहस्पतिवार को एक सार्वजनिक सभा में कहा, चीन उन देशों में शामिल है, जिनके साथ हमें संबंधों को बेहतर बनाना आवश्यक है. हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि चीन की अर्थव्यवस्था जोड़-तोड़ वाली है.
ट्रंप ने कहा, अमेरिका को व्यापार में जो घाटा होता है, उनमें से लगभग आधे के लिए चीन जिम्मेदार है. चीन बाजार आधारित अर्थव्यवस्था नहीं है. उन्हें बहुत अधिक मदद मिली है और इसलिए हम उन्हें एक गैर-बाजार अर्थव्यवस्था कहते हैं. उन्होंने कहा कि चीन नियमों के अनुसार नहीं चला है जबकि उनका देश नियमों के अनुसार आगे बढ़ा है.
उन्होंने कहा, आपके पास बड़े पैमाने पर चोरी की बौद्धिक संपदा है, आप हमारी कंपनियों पर अनुचित कर लगा रहे हैं. वे लोग उत्तर कोरिया के खतरे से निपटने में वैसी मदद नहीं कर रहे हैं, जैसी उनको करनी चाहिए और अपनी मुद्रा का भारी अवमूल्यन कर रहे हैं.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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