ईरान में नोवेल कोरोनो वायरस (Coronavirus) से 117 नई मौतों के बाद इस महामारी से यहां मरने वालों का आकड़ा 4110 हो गया है. ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी. हालांकि मंत्रालय के प्रवक्ता कियानौस जहानपौर ने कहा है कि नए आंकड़ों से पता चला है कि कोरोनो वायरस के संक्रमण में गिरावट आई है.
जहानपौर ने एक टेलिविजन न्यूज कॉन्फ्रेंस में कहा कि "आज हम स्पष्ट रूप से नए मामलों की संख्या में गिरावट देख रहे हैं." उन्होंने कहा कि "हमने 1634 नए मामलों की पहचान की है. कुल पुष्ट मामलों की संख्या 66,220 है."
उन्होंने COVID-19 रोग के प्रसार को रोकने के लिए दिए गए दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए ईरान के लोगों की प्रशंसा की. जहानपौर ने कहा कि " हमारे प्यारे लोगों और साथ ही हेल्थ सिस्टम में हमारे सहयोगियों के सहयोग के साथ हम बीमारों की संख्या में कमी का श्रेय लेते हैं..." उन्होंने कहा कि "पिछले 24 घंटों में हमने 117 लोगों को खो दिया है. COVID-19 के कारण कुल 4110 मौतें हुई हैं."
मध्य-पूर्व में महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित ईरान के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार यहां 19 फरवरी को सबसे पहले कोरोना वायरस संक्रमण की घोषणा की गई थी. विदेशों में अटकलें लगाई जाती रही हैं कि ईरान में मौतों और संक्रमणों की वास्तविक संख्या अधिक हो सकती है.
कोरोना संकट के चलते ईरान में स्कूलों, विश्वविद्यालयों के साथ-साथ सिनेमाघरों, स्टेडियमों और शिया मुस्लिम धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया है. अधिकारी बार-बार जनता से अपील करते रहे हैं कि वह सभाओं से परहेज करे, खास तौर पर पिछले सप्ताह समाप्त हुई फारसी नववर्ष की छुट्टियों के दौरान यह अपील की गई.
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने रविवार को अगले सप्ताह तक "कम जोखिम वाले" व्यवसायों को फिर से क्रमश: खोलने के लिए पहल की. लेकिन अधिकारियों ने अभी तक यह निर्देश नहीं दिए हैं कि ईरान की प्रतिबंधों से प्रभावित अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए पहले चरण में कौन-कौन से व्यवसायों का संरक्षण ठीक होगा.
कोरोना महामारी फैलने के बाद मजबूरी में 25 फरवरी से बंद संसद का सम्मेलन मंगलवार को बुलाया गया. संसद के कुल 290 सदस्यों में से कम से कम 31 में नोवेल कोरोना वायरस पॉजिटिव मिला था.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खोमेनी ने गुरुवार को ईरानियों से आह्वान किया के वे आगामी मुस्लिम उपवास माह रमजान के दौरान घर पर रहकर ही प्रार्थना करें. उन्होंने कहा कि "रमजान के दौरान सार्वजनिक सभाओं, प्रार्थनाओं, भाषणों से हम इस वर्ष वंचित रहेंगे. हमें अकेले में पूजा, आह्वान और विनम्र बने रहने की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए." उन्होंने कहा कि "हमें अपने परिवारों के साथ अपने कमरों में विनम्रता और आग्रह पैदा करने की जरूरत है."
रमजान माह इस साल अप्रैल के अंतिम सप्ताह में शुरू होगा.
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