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This Article is From Apr 02, 2020

Coronavirus पर जारी संकट के बीच 66 लाख अमेरिकियों ने बेरोजगागी भत्ते के लिए किया आवेदन 

USA टूडे की खबर के अनुसार अमेरिका के रिकॉर्ड 6.65 (66 लाख 50 हजार) लोगों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है

Coronavirus पर जारी संकट के बीच 66 लाख अमेरिकियों ने बेरोजगागी भत्ते के लिए किया आवेदन 
US coronavirus: अमेरिका में 2 लाख से ज्यादा लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हैं.
नई दिल्ली:

दुनिया के लगभग 180 देशों में कोरोनावायरस का कहर जारी है. दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण से  43 हजार से ज्यादा लोगों की अबतक मौत हो चुकी है. वहीं, 8 लाख से ज्यादा लोग इसके संक्रमित हैं. अमेरिका में भी कोरोना का प्रकोप जारी है और लाखों लोगों पर बेरोजगार होने का खतरा मंडराने लगा है. इस बीच USA टूडे की खबर के अनुसार अमेरिका के रिकॉर्ड 6.65 (66 लाख 50 हजार) लोगों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है. यएसए टूडे ने बताया, 'लेबर डिपार्टमेंट ने गुरुवार को कहा कि पिछले हफ्ते 6.65 मिलियन अमेरिकी लोगों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है.  बता दें कि अमेरिका में कोरोनावायरस से 2 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं और 5 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 

ट्रंप ने 2,000 अरब डॉलर के बुनियादी ढांचा कोष का प्रस्ताव रखा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस महामारी के चलते अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे विपरीत प्रभावों से निपटने के लिए 2,000 अरब डॉलर के भारी-भरकम बुनियादी ढांचा कोष का प्रस्ताव रखा है. इसके साथ ही रेस्टोरेंट और मनोरंजन उद्योग के लिए राहत उपायों की बात भी कही गई है. 0ट्रंप का यह प्रस्ताव 2,200 अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकेज पारित किए जाने के कुछ दिनों बाद आया है, जिसके तहत चार लोगों के अमेरिकी परिवार को औसतन 3,200 अमेरिकी डॉलर मिलेंगे और छोटे तथा मझोले उद्योगों, बड़े निगमों और यात्रा तथा पर्यटन उद्योग के लिए बड़े पैमाने पर वित्तीय सहायता दी जाएगी. 

अमेरिका में लाखों लोगघर का किराया देने में भी असमर्थ
अमेरिका में कई लोग अपनी नौकरी गंवा चुके हैं और पहली बार वे मकान का किराया, क्रेडिट कॉर्ड जैसी देनदारी देने में खुद को असमर्थ पा रहे हैं. ऐसे ही लोगों में एक ब्रिटनी ब्रुक्स भी हैं. वह पेशे से कलाकार हैं और हाल तक छोटे बच्चों के स्कूल में संगीत सिखाती थी और उनके पति मैथ्यू व्हाइटफिल्ड अभिनेता और वेटर हैं लेकिन अब दोनों बेरोजगार हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे कैसे किराया और अन्य देनदारियों का भुगतान करें. यह ब्रुक्स और व्हाइटफिल्ड की परेशानी नहीं है बल्कि लाखों अमेरिकी इसी तरह के संकट का सामना कर रहे है. बकाये का भुगतान करने को लेकर उनका फैसला देश में कोरोना वायरस से हुई आर्थिक क्षति को रेखांकित करता है जहां पर कोई सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा योजना लागू नहीं है और कई लोगों की इतनी बचत नहीं की इस संकटकाल में गुजारा कर सकें.  
 

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