फिजिक्स का नोबेल जीतने वाले साइंटिस्ट.
नई दिल्ली:
अमेरिका के एमआईटी के प्रोफेसर रेनर वीस और कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर किप थोर्न और बैरी बैरिश को इस बार फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार दिया गया है. इन्हें यह पुरस्कार गुरुत्वाकर्षण से जुड़ी तरंगों की खोज के लिए दिया गया है. यह तरंगे दो ब्लैक होल्स के आपस में टकराने से पैदा होती हैं. यह बात एलबर्ट आइंस्टीन ने एक शताब्दी पहले कह दी थी लेकिन तब इसे सीधे देखा नहीं गया था.
यह भी पढ़ें : अमेरिका के तीन वैज्ञानिकों को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार, जानिए इनकी उपलब्धि के बारे में
पिछले साल 2016 में फिजिक्स और अंतरिक्ष अध्ययन से जुड़े वैज्ञानिकों ने जब यह बताया कि उन्होंने बिलियन लाइट ईयर्स दूर बड़े बड़े ब्लैक होल के टकराने से निकलने वाली गुरुत्वाकर्षण की तरंगों को रिकॉर्ड किया है, तब पूरी दुनिया आश्चर्यचकित रह गई थी. इस खोज ने 100 साल पहले अलबर्ट आइंस्टीन की बताई जानकारी को पुख्ता किया.
14 सितंबर 2015 को वैज्ञानिकों ने पहली बार इस आवाज को सुना और रिकॉर्ड किया. बाद में वे लगातार इसके रिसर्च में लगे रहे.
डॉ वीस(85), डॉ थॉर्न (77) और डॉ बैरिश (81) ने मिलकर लीगो (LIGO) नामक ऑब्सरवेट्री बनाई थी जहां पर इसका अध्ययन हो रहा था. इसके साथ रॉन ड्रेवर भी थे जिनकी इस साल मौत हो गई है.
VIDEO: नोबेल पुरस्कार विजेता का पुरस्कार ही हुआ चोरी
बता दें कि इस साइंटिस्टों ने दो ब्लैक होल्स के बीच गुरुत्वाकर्षण से पैदा होने वाली तरंगों को रिकॉर्ड भी किया है जिसे आप सुन भी सकते हैं.
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पिछले साल 2016 में फिजिक्स और अंतरिक्ष अध्ययन से जुड़े वैज्ञानिकों ने जब यह बताया कि उन्होंने बिलियन लाइट ईयर्स दूर बड़े बड़े ब्लैक होल के टकराने से निकलने वाली गुरुत्वाकर्षण की तरंगों को रिकॉर्ड किया है, तब पूरी दुनिया आश्चर्यचकित रह गई थी. इस खोज ने 100 साल पहले अलबर्ट आइंस्टीन की बताई जानकारी को पुख्ता किया.
Listen to the ’chirp’ sound of two black holes colliding @Caltech https://t.co/FiDociCF9a #NobelPrize
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 3, 2017
14 सितंबर 2015 को वैज्ञानिकों ने पहली बार इस आवाज को सुना और रिकॉर्ड किया. बाद में वे लगातार इसके रिसर्च में लगे रहे.
On 14 Sept. 2015, the universe’s gravitational waves, predicted by Albert Einstein 100 years ago, were observed for the first time. pic.twitter.com/oWWj8SE1b9
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 3, 2017
डॉ वीस(85), डॉ थॉर्न (77) और डॉ बैरिश (81) ने मिलकर लीगो (LIGO) नामक ऑब्सरवेट्री बनाई थी जहां पर इसका अध्ययन हो रहा था. इसके साथ रॉन ड्रेवर भी थे जिनकी इस साल मौत हो गई है.
Learn more about the 2017 #NobelPrize in Physics via the popular info ”Cosmic chirps” (pdf): https://t.co/tSs58eZ5Xj pic.twitter.com/CLHkegfYgg
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 3, 2017
VIDEO: नोबेल पुरस्कार विजेता का पुरस्कार ही हुआ चोरी
बता दें कि इस साइंटिस्टों ने दो ब्लैक होल्स के बीच गुरुत्वाकर्षण से पैदा होने वाली तरंगों को रिकॉर्ड भी किया है जिसे आप सुन भी सकते हैं.
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