हम राजनीति के अजीब दौर में प्रवेश कर चुके हैं. कोई भी नेता कुछ भी आइडिया दे सकता है. चमकदार आइडिया, सुनते ही लाइक करने का मन कर जाए, शेयर करने लग जाए या उसे लेकर कमेंट में लोग भिड़ जाए. कोई सर्वे करने लग जाए. कितने प्रतिशत लोग नोट पर सावरकर की फोटो चाहते हैं और कितने प्रतिशत लोग लक्ष्मी-गणेश की.