देश का चुनाव आयुक्त कैसा हो, क्या ऐसा हो कि घुटने पर झुक जाए, प्रधानमंत्री के खिलाफ आरोप लगे तो कार्रवाई करने से नहीं हिचके या दबाव पड़ने पर हां में हां मिलाता रहे. चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति की प्रक्रिया को लेकर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ से जो आवाज़ें आ रही हैं, उसे ध्यान से सुनिए, हाल के वर्षों में जो होता दिख रहा था, जिसे कहने की हिम्मत कोई नहीं कर पा रहा था, क्या सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ उन्हीं बातों को नहीं उठा रही है? क्या हमारा चुनाव आयोग निष्पक्ष है.