रेलवे (indian railways) ने ट्रेन में ऑन बोर्ड पैसेंजर्स (Onboard Passengers) की परेशानी दूर करने को लेकर वॉर रूम (War Room) बनाया है. ये वार रूम नई दिल्ली में रेलवे के मुख्यालय रेल भवन (Rail Bhawan) में बनाया गया है. इस पर सीधी नजर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwani Vaishnav) की भी रहती है. कई मौकों पर खुद रेल मंत्री आते हैं और यहां का जायज़ा लेते हैं.
सातों दिन चौबीसों घंटे काम करने वाले इस वार रूम में 6 कंप्यूटर टर्मिनल पर अलग अलग विभाग के कर्मचारी यात्रियों की आ रही परेशानी को दूर करने में जुटे रहते हैं. इसमें आरपीएफ, कमर्शियल, मैकेनिकल इलेक्ट्रिकल विभाग के साथ साथ सोशल मीडिया पर आ रही शिकायतों पर नजर रखने के लिए भी कर्मचारी तैनात हैं.
20 मिनट में समाधान की कोशिश
शिकायत सोशल मीडिया के अलावा रेलवे के 139 नंबर पर यात्री दर्ज करते हैं और निपटारा 20 मिनट में करने की कोशिश इन सबकी रहती है. डॉक्टर की जरूरत हो या फिर सीट पर बैठे किसी दूसरे मुसाफिर की समस्या, एसी को लेकर परेशानी हो या फिर साफ सफाई की दिक्कत. कोच में पानी न आ रहा हो या फिर बोगी में टिकट से ज्यादा यात्री के सफर करने का मामला. इतना ही नहीं कोच अगर कोई यात्री अपना सामान भूल जाए तो उसको लौटाने तक का काम इस वार रूम में बैठे कर्मचारियों ने अंजाम दिया है. बच्ची गुम होने की इक्तिला मिली तो आरपीएफ ने ढूढा और परिवार के सुपुर्द तक किया.
शिकायत मिलने पर शराब तस्कर और सांप के साथ सफर करने वाली एक महिला तक पर इस वार रूम ने कार्रवाई को अंजाम दिया है.
पहले किसी किसी मौके पर ही सुनवाई सोशल मीडिया के जरिए हो पाती थी पर इस पहल ने उन तमाम यात्रियों तक पहुंचने की कोशिश की है जो जर्नी के दौरान परेशानी से गुजर रहे हैं.
भारतीय रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने बताया कि वॉर रूम से रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाती है. मकसद, शिकायतों के तत्काल निपटारे से है. इस वार रूम में यात्रा कर रहे यात्रियों की अलग अलग माध्यम से शिकायत आती है और तत्काल उसकी सुनवाई की जाती है. ताकि यात्रियों की यात्रा सुखद हो.
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