Vikas Dubey Killed By Stf
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प्रियंका गांधी ने विकास दुबे एनकाउंटर पर किया सवाल, मामले में शामिल लोगों की न्यायिक जांच की मांग उठाई
- Friday July 10, 2020
- Edited by: तूलिका कुशवाहा
विकास दुबे एनकाउंटर पर विपक्ष लगातार उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर हावी है. इस एनकाउंटर पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. वहीं विकास दुबे की मदद करने वाले लोगों को बचाने के आरोप भी लग रहे हैं. यहां तक कि इस मामले की न्यायिक जांच की मांग भी उठने लगी है.
- ndtv.in
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Vikas Dubey Encounter : इस तस्वीर में छिपा था पुलिस का आखिरी दांव जो नहीं समझ पाया विकास दुबे?
- Friday July 10, 2020
- Written by: मानस मिश्रा
Vikas Dubey Encounter : बीती 3 जुलाई से लेकर 8 जुलाई तक 7 राज्यों की पुलिस, 100 टीमें, 5 लाख का इनाम और कई एसपी और डीएसपी को अकेले छकाने वाला कानपुर का गैगंस्टर विकास दुबे आखिरी 24 घंटों में मात गया है. फरारी से लेकर उज्जैन में पकड़े जाने तक लेकर उसकी ही रची स्क्रिप्ट में पुलिस इधर-उधर दौड़ती रही है और अब मध्य प्रदेश पुलिस की इस तस्वीर को देखिए इसमें आपको एक भी पुलिसकर्मी हथियार लिए नहीं नजर आ रहा है. मतलब शुरू से ही शक किया जा रहा था कि विकास दुबे ने जानबूझकर उज्जैन के महाकाल मंदिर में जाकर सरेंडर किया है. दरअसल ऐसा लग रहा है कि आखिरी 24 घंटो में पुलिस भी विकास की रची स्क्रिप्ट पर काम करने लगी थी. यानी विकास दुबे को इस बात का विश्वास दिलाना था कि जैसा वह चाह रहा है वैसा ही हो रहा है. नहीं तो ये विश्वास करना मुश्किर है कि जिस शख्स ने कुछ ही घंटों में 8 पुलिसकर्मियों को मार दिया है, उसे पकड़ने वाली पुलिस बिना हथियार लिए वहां पहुंच गई हो. उसके गिरफ्तार होने के पहले के घटनाक्रम पर नजर डालें तो ये भी नाटकीय लग रहा है कि विकास दुबे उज्जैन पहुंचता है वहां वह 250 रुपये की रसीद कटवाता है और दर्शन करने के बाद खुद को 'विकास दुबे...कानपुर वाला' बताता है. माने उसको यहां तक अपने सरेंडर वाली थ्योरी पर विश्वास था कि ऐसा करने से वह पुलिस के हाथों मरने से बच जाएगा.
- ndtv.in
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प्रियंका गांधी ने विकास दुबे एनकाउंटर पर किया सवाल, मामले में शामिल लोगों की न्यायिक जांच की मांग उठाई
- Friday July 10, 2020
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विकास दुबे एनकाउंटर पर विपक्ष लगातार उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर हावी है. इस एनकाउंटर पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. वहीं विकास दुबे की मदद करने वाले लोगों को बचाने के आरोप भी लग रहे हैं. यहां तक कि इस मामले की न्यायिक जांच की मांग भी उठने लगी है.
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Vikas Dubey Encounter : इस तस्वीर में छिपा था पुलिस का आखिरी दांव जो नहीं समझ पाया विकास दुबे?
- Friday July 10, 2020
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Vikas Dubey Encounter : बीती 3 जुलाई से लेकर 8 जुलाई तक 7 राज्यों की पुलिस, 100 टीमें, 5 लाख का इनाम और कई एसपी और डीएसपी को अकेले छकाने वाला कानपुर का गैगंस्टर विकास दुबे आखिरी 24 घंटों में मात गया है. फरारी से लेकर उज्जैन में पकड़े जाने तक लेकर उसकी ही रची स्क्रिप्ट में पुलिस इधर-उधर दौड़ती रही है और अब मध्य प्रदेश पुलिस की इस तस्वीर को देखिए इसमें आपको एक भी पुलिसकर्मी हथियार लिए नहीं नजर आ रहा है. मतलब शुरू से ही शक किया जा रहा था कि विकास दुबे ने जानबूझकर उज्जैन के महाकाल मंदिर में जाकर सरेंडर किया है. दरअसल ऐसा लग रहा है कि आखिरी 24 घंटो में पुलिस भी विकास की रची स्क्रिप्ट पर काम करने लगी थी. यानी विकास दुबे को इस बात का विश्वास दिलाना था कि जैसा वह चाह रहा है वैसा ही हो रहा है. नहीं तो ये विश्वास करना मुश्किर है कि जिस शख्स ने कुछ ही घंटों में 8 पुलिसकर्मियों को मार दिया है, उसे पकड़ने वाली पुलिस बिना हथियार लिए वहां पहुंच गई हो. उसके गिरफ्तार होने के पहले के घटनाक्रम पर नजर डालें तो ये भी नाटकीय लग रहा है कि विकास दुबे उज्जैन पहुंचता है वहां वह 250 रुपये की रसीद कटवाता है और दर्शन करने के बाद खुद को 'विकास दुबे...कानपुर वाला' बताता है. माने उसको यहां तक अपने सरेंडर वाली थ्योरी पर विश्वास था कि ऐसा करने से वह पुलिस के हाथों मरने से बच जाएगा.
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