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ब्रिटेन के वैज्ञानिकों का चौंकाने वाला खुलासा, हवा में उड़ सकते हैं 2,000 किलोग्राम के ये भारी भरकम जानवर
- Thursday July 11, 2024
ब्रिटेन के वैज्ञानिकों का मानना है कि यह विशाल जानवर, जिसका वजन 2,000 किलोग्राम तक हो सकता है, कभी-कभी हवा में उड़ सकता है.
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ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने कोरोना के लिए तुरंत एंटीबॉडी दवा उपचार विधि का परीक्षण किया
- Sunday December 27, 2020
Coronavirus: ब्रिटेन में वैज्ञानिकों ने नवोन्मेषी एंटीबॉडी (Antibody) दवा उपचार का परीक्षण शुरू कर दिया है. उन्हें उम्मीद है कि यह कोविड-19 के खिलाफ तुरंत सुरक्षा मुहैया कर सकता है. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन हॉस्पिटल्स एनएचएस ट्रस्ट (यूसीएलएच) ने कहा कि ‘स्टोर्म चेज’ अध्ययन में शामिल अनुसंधानकर्ताओं का मानना है कि लंबे समय तक प्रभावी रहने वाली एक एंटीबॉडी (LAAB) को एस्ट्राजेनेका ने विकसित किया है. इस एंटीबॉडी को एजेडडी7442 के नाम से जाना जाता है. यह उन लोगों को तुरंत और दीर्घकालीन सुरक्षा प्रदान कर सकता है, जो हाल की में सार्स-कोवी-2 कोरोना वायरस के संपर्क में आए हैं और उनमें संक्रमण विकसित होने से रोकने में मदद मिलेगी. एंटीबॉडी, ऐसे प्रोटीन अणु हैं जिन्हें शरीर संक्रमण से लड़ने के लिए उत्पन्न करता है.
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भारतीय मूल के नोबेल विजेता वैज्ञानिक होंगे ब्रिटेन के COVID-19 विशेषज्ञ समूह के अध्यक्ष
- Saturday April 18, 2020
Coronavirus: भारतीय मूल के वैज्ञानिक और नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर वेंकी रामकृष्णन ब्रिटेन में उच्च स्तरीय विशेषज्ञों की एक समिति के अध्यक्ष बनाए गए हैं जो विश्व भर से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण कर कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने और इस महामारी के दूरगामी समाधान की खोज करेगी. प्रोफेसर रामकृष्णन विश्व की सबसे पुरानी स्वतंत्र वैज्ञानिक अकादमी ‘द रॉयल सोसाइटी’ के अध्यक्ष भी हैं.
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ब्रिटेन के वैज्ञानिकों का चौंकाने वाला खुलासा, हवा में उड़ सकते हैं 2,000 किलोग्राम के ये भारी भरकम जानवर
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ब्रिटेन के वैज्ञानिकों का मानना है कि यह विशाल जानवर, जिसका वजन 2,000 किलोग्राम तक हो सकता है, कभी-कभी हवा में उड़ सकता है.
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ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने कोरोना के लिए तुरंत एंटीबॉडी दवा उपचार विधि का परीक्षण किया
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Coronavirus: ब्रिटेन में वैज्ञानिकों ने नवोन्मेषी एंटीबॉडी (Antibody) दवा उपचार का परीक्षण शुरू कर दिया है. उन्हें उम्मीद है कि यह कोविड-19 के खिलाफ तुरंत सुरक्षा मुहैया कर सकता है. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन हॉस्पिटल्स एनएचएस ट्रस्ट (यूसीएलएच) ने कहा कि ‘स्टोर्म चेज’ अध्ययन में शामिल अनुसंधानकर्ताओं का मानना है कि लंबे समय तक प्रभावी रहने वाली एक एंटीबॉडी (LAAB) को एस्ट्राजेनेका ने विकसित किया है. इस एंटीबॉडी को एजेडडी7442 के नाम से जाना जाता है. यह उन लोगों को तुरंत और दीर्घकालीन सुरक्षा प्रदान कर सकता है, जो हाल की में सार्स-कोवी-2 कोरोना वायरस के संपर्क में आए हैं और उनमें संक्रमण विकसित होने से रोकने में मदद मिलेगी. एंटीबॉडी, ऐसे प्रोटीन अणु हैं जिन्हें शरीर संक्रमण से लड़ने के लिए उत्पन्न करता है.
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भारतीय मूल के नोबेल विजेता वैज्ञानिक होंगे ब्रिटेन के COVID-19 विशेषज्ञ समूह के अध्यक्ष
- Saturday April 18, 2020
Coronavirus: भारतीय मूल के वैज्ञानिक और नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर वेंकी रामकृष्णन ब्रिटेन में उच्च स्तरीय विशेषज्ञों की एक समिति के अध्यक्ष बनाए गए हैं जो विश्व भर से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण कर कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने और इस महामारी के दूरगामी समाधान की खोज करेगी. प्रोफेसर रामकृष्णन विश्व की सबसे पुरानी स्वतंत्र वैज्ञानिक अकादमी ‘द रॉयल सोसाइटी’ के अध्यक्ष भी हैं.
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