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Sufi Qawwal

'Sufi Qawwal' - 2 News Result(s)
  • पाकिस्तान में सूफी कव्वाल अमजद साबरी के हत्यारे समेत 10 आतंकियों को मौत की सजा

    पाकिस्तान में सूफी कव्वाल अमजद साबरी के हत्यारे समेत 10 आतंकियों को मौत की सजा

    पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने 10 आतंकवादियों को सुनाई गई मौत की सजा को आज मंजूरी प्रदान कर दी. इन आतंकवादियों में प्रसिद्ध सूफी कव्वाल अमजद साबरी के हत्यारे भी शामिल हैं. सेना के मीडिया प्रभाग ने एक बयान में कहा कि विशेष सैन्य अदालतों ने आतंकवादियों की सुनवाई की. ये आतंकवादी 62 लोगों की हत्या और पेशावर में एक पंच सितारा होटल पर हमला सहित कई घृणित मामलों में शामिल रहे हैं. बयान में कहा गया है कि इन आतंकवादियों में से दो सुरक्षा बलों पर हमलों में भी शामिल रहे हैं. ऐसी ही एक घटना में 17 अधिकारियों की मौत हो गई थी.

  • ये हैं कव्वाल शादाब, 8 साल की उम्र से गा रहे हैं सूफी कव्वाली

    ये हैं कव्वाल शादाब, 8 साल की उम्र से गा रहे हैं सूफी कव्वाली

    खुदा जब दुख देता है, तो उसे हटाने के रास्ते भी दिखा देता है. ऐसा ही कुछ हुआ है, मुरादाबाद के कुंदरकी कस्बे के रहने वाले 23 साल के शादाब के साथ. शादाब 8 साल की उम्र से ही सूफी कव्वाली गा रहे हैं और उन्हें चेन्नई, दार्जिलिंग और नेपाल तक से बुलावा आ रहा है.

'Sufi Qawwal' - 2 News Result(s)
  • पाकिस्तान में सूफी कव्वाल अमजद साबरी के हत्यारे समेत 10 आतंकियों को मौत की सजा

    पाकिस्तान में सूफी कव्वाल अमजद साबरी के हत्यारे समेत 10 आतंकियों को मौत की सजा

    पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने 10 आतंकवादियों को सुनाई गई मौत की सजा को आज मंजूरी प्रदान कर दी. इन आतंकवादियों में प्रसिद्ध सूफी कव्वाल अमजद साबरी के हत्यारे भी शामिल हैं. सेना के मीडिया प्रभाग ने एक बयान में कहा कि विशेष सैन्य अदालतों ने आतंकवादियों की सुनवाई की. ये आतंकवादी 62 लोगों की हत्या और पेशावर में एक पंच सितारा होटल पर हमला सहित कई घृणित मामलों में शामिल रहे हैं. बयान में कहा गया है कि इन आतंकवादियों में से दो सुरक्षा बलों पर हमलों में भी शामिल रहे हैं. ऐसी ही एक घटना में 17 अधिकारियों की मौत हो गई थी.

  • ये हैं कव्वाल शादाब, 8 साल की उम्र से गा रहे हैं सूफी कव्वाली

    ये हैं कव्वाल शादाब, 8 साल की उम्र से गा रहे हैं सूफी कव्वाली

    खुदा जब दुख देता है, तो उसे हटाने के रास्ते भी दिखा देता है. ऐसा ही कुछ हुआ है, मुरादाबाद के कुंदरकी कस्बे के रहने वाले 23 साल के शादाब के साथ. शादाब 8 साल की उम्र से ही सूफी कव्वाली गा रहे हैं और उन्हें चेन्नई, दार्जिलिंग और नेपाल तक से बुलावा आ रहा है.