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Southern Ladakh

'Southern Ladakh' - 2 News Result(s)
  • लद्दाख में सेना की गाड़ी के गहरी खाई में गिरने से 9 जवानों की गई जान

    लद्दाख में सेना की गाड़ी के गहरी खाई में गिरने से 9 जवानों की गई जान

    दुर्घटना लेह से करीब 150 किलोमीटर दूर कियारी में हुई. यह जगह न्योमा के पास है जो चीन से लगी सीमा के करीब हैं. हादसा शाम चार से पांच बजे के बीच हुआ.

  • अभी तक पैंगोंग सो झील के उत्तरी किनारे पर थी चीन की नजर, अब दक्षिणी छोर पर की हरकत

    अभी तक पैंगोंग सो झील के उत्तरी किनारे पर थी चीन की नजर, अब दक्षिणी छोर पर की हरकत

    पूर्वी लद्दाख घाटी में 29 और 30 अगस्त की रात हुई चीनी घुसपैठ में एक नई बात सामने आई है. अभी तक चीन के साथ पैंगोंग सो झील के उत्तरी किनारे पर दिक्कतें थीं. अब पीएलए ने दक्षिणी छोर में यह हरकत की है.  चीन ऐसा क्यों कह रहा है यह एक बड़ा सवाल है. ज़ाहिर तौर पर यह घटना पीएलए की मंशा पर बड़े सवाल खड़े करती है क्योंकि पांच दौर की लेफ्टिनेंट जनरल जनरल स्तर की बातचीत अब तक हो चुकी है. इसके अलावा चीन के साथ विवाद सुलझाने के लिये बातचीत हुई है. बावजूद चीन यथास्थिति में बदलाव करना चाहता है. भारत की ज़मीन कब्जा करना चाहता है. यह सीधे सीधे तनाव को और बढ़ाने की कोशिश है. हालांकि चीन की इस हरकत का भारतीय सेना ने माकूल जवाब दिया है और पीएलए के सैनिकों को पीछे भागना पड़ा है. लेकिन इस घटना के बाद साफ है कि जहां चीन पहले सेना पीछे हटाने पर आनाकानी कर रहा है वहीं अब इस इलाके में भी उसकी हरकतें शुरू हो गई हैं.

'Southern Ladakh' - 2 News Result(s)
  • लद्दाख में सेना की गाड़ी के गहरी खाई में गिरने से 9 जवानों की गई जान

    लद्दाख में सेना की गाड़ी के गहरी खाई में गिरने से 9 जवानों की गई जान

    दुर्घटना लेह से करीब 150 किलोमीटर दूर कियारी में हुई. यह जगह न्योमा के पास है जो चीन से लगी सीमा के करीब हैं. हादसा शाम चार से पांच बजे के बीच हुआ.

  • अभी तक पैंगोंग सो झील के उत्तरी किनारे पर थी चीन की नजर, अब दक्षिणी छोर पर की हरकत

    अभी तक पैंगोंग सो झील के उत्तरी किनारे पर थी चीन की नजर, अब दक्षिणी छोर पर की हरकत

    पूर्वी लद्दाख घाटी में 29 और 30 अगस्त की रात हुई चीनी घुसपैठ में एक नई बात सामने आई है. अभी तक चीन के साथ पैंगोंग सो झील के उत्तरी किनारे पर दिक्कतें थीं. अब पीएलए ने दक्षिणी छोर में यह हरकत की है.  चीन ऐसा क्यों कह रहा है यह एक बड़ा सवाल है. ज़ाहिर तौर पर यह घटना पीएलए की मंशा पर बड़े सवाल खड़े करती है क्योंकि पांच दौर की लेफ्टिनेंट जनरल जनरल स्तर की बातचीत अब तक हो चुकी है. इसके अलावा चीन के साथ विवाद सुलझाने के लिये बातचीत हुई है. बावजूद चीन यथास्थिति में बदलाव करना चाहता है. भारत की ज़मीन कब्जा करना चाहता है. यह सीधे सीधे तनाव को और बढ़ाने की कोशिश है. हालांकि चीन की इस हरकत का भारतीय सेना ने माकूल जवाब दिया है और पीएलए के सैनिकों को पीछे भागना पड़ा है. लेकिन इस घटना के बाद साफ है कि जहां चीन पहले सेना पीछे हटाने पर आनाकानी कर रहा है वहीं अब इस इलाके में भी उसकी हरकतें शुरू हो गई हैं.