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Sop For Corona Treatment

'Sop For Corona Treatment' - 2 News Result(s)
  • हर सेशन में 100 लोगों को दी जा सकती है कोरोना वैक्सीन : केंद्र ने SOP जारी कर कहा

    हर सेशन में 100 लोगों को दी जा सकती है कोरोना वैक्सीन : केंद्र ने SOP जारी कर कहा

    ऑब्जर्वेशन रूम यानी वह जगह जहां पर टीका लगवाने के बाद लाभार्थी को 30 मिनट इंतजार करना होगा. इस कमरे में पीने के पानी और टॉयलेट की सुविधा रखने के निर्देश दिए गए हैं.  टीका लगने के बाद 30 मिनट का इंतजार इसलिए करना जरूरी है ताकि यह देखा जा सके कि कहीं कोई प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं पड़ रहा.

  • Covid-19 इलाज के लिए दिल्‍ली सरकार ने जारी किया नया SOP: टेस्ट, फॉलोअप और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग

    Covid-19 इलाज के लिए दिल्‍ली सरकार ने जारी किया नया SOP: टेस्ट, फॉलोअप और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग

    अगर मरीज में हल्के लक्षण हैं या लक्षण नहीं है. तो उसको कोविड-19 सेंटर में शिफ्ट किया जाएगा और यह आंकलन किया जाएगा कि व्यक्ति का घर होम आइसोलेशन के लिए ठीक है या नहीं. जांच के दौरान अगर डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस की टीम घर का भी दौरा करेगी, यदि घर में मरीज के लिए अलग कमरा और अलग टॉयलेट है या नहीं. होम आइसोलेशन वाले मरीज को एक एक फ़ोन नंबर दिया जाएगा और साथ में एक कैट्स एंबुलेंस की डिटेल भी दी जाएंगी. ताकि अगर मरीज को जरूरत पड़े तो वह अस्पताल शिफ्ट किया जा सके. इसके अलावा SOP में कई बिंदु हैं जिनका पालन करना जरूरी है. 

'Sop For Corona Treatment' - 2 News Result(s)
  • हर सेशन में 100 लोगों को दी जा सकती है कोरोना वैक्सीन : केंद्र ने SOP जारी कर कहा

    हर सेशन में 100 लोगों को दी जा सकती है कोरोना वैक्सीन : केंद्र ने SOP जारी कर कहा

    ऑब्जर्वेशन रूम यानी वह जगह जहां पर टीका लगवाने के बाद लाभार्थी को 30 मिनट इंतजार करना होगा. इस कमरे में पीने के पानी और टॉयलेट की सुविधा रखने के निर्देश दिए गए हैं.  टीका लगने के बाद 30 मिनट का इंतजार इसलिए करना जरूरी है ताकि यह देखा जा सके कि कहीं कोई प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं पड़ रहा.

  • Covid-19 इलाज के लिए दिल्‍ली सरकार ने जारी किया नया SOP: टेस्ट, फॉलोअप और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग

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    अगर मरीज में हल्के लक्षण हैं या लक्षण नहीं है. तो उसको कोविड-19 सेंटर में शिफ्ट किया जाएगा और यह आंकलन किया जाएगा कि व्यक्ति का घर होम आइसोलेशन के लिए ठीक है या नहीं. जांच के दौरान अगर डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस की टीम घर का भी दौरा करेगी, यदि घर में मरीज के लिए अलग कमरा और अलग टॉयलेट है या नहीं. होम आइसोलेशन वाले मरीज को एक एक फ़ोन नंबर दिया जाएगा और साथ में एक कैट्स एंबुलेंस की डिटेल भी दी जाएंगी. ताकि अगर मरीज को जरूरत पड़े तो वह अस्पताल शिफ्ट किया जा सके. इसके अलावा SOP में कई बिंदु हैं जिनका पालन करना जरूरी है.