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धौलाकुआं की झील में था केंद्र! पेड़ भी गिरे... जानें 4 तीव्रता के छोटे भूकंप से भी इतनी तेज क्यों हिली दिल्ली
- Monday February 17, 2025
- Edited by: मेघा शर्मा
दिल्ली एनसीआर में आज सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए लेकिन लोगों को इस बात ने हैरान कर दिया कि झटकों का केंद्र भी दिल्ली में ही था. इस पर डॉक्टर ओपी मिश्रा ने बताया कि धौलाकुआं के पास झील पार्क इसका केंद्र था और यहां पहले भी भूकंप आता रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि भूकंप की वजह से किसी को डरने की जरूरत नहीं है.
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ndtv.in
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भूकंप का पूर्वानुमान लगाने की प्रणाली पर काम कर रहा है भारत
- Wednesday May 24, 2017
- भाषा
देश के विभिन्न इलाकों के भूकंप संवेदी होने की पृष्ठभूमि में भारत में एक ऐसी चेतावनी प्रणाली विकसित करने पर काम किया जा रहा है जिससे इसका पूर्वानुमान लगाया जा सके ताकि भूकंप के कारण होने वाले नुकसान को कम किया जा सके. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डा. हषर्वधन ने कहा कि दुनिया में अभी कहीं पर भी भूचाल, भूकंप का पूर्वानुमान करने की प्रणाली नहीं है. इस दिशा में कार्य चल रहे हैं और भारत में भी प्रयास हो रहा है. मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारत में भी कुमांउ में आईआईटी रूड़की और ताइवान मिलकर अध्ययन कर रहे हैं. भूकंप के पूर्वानुमान व्यक्त करने की प्रणाली विकसित करने पर कार्य चल रहा है.
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धौलाकुआं की झील में था केंद्र! पेड़ भी गिरे... जानें 4 तीव्रता के छोटे भूकंप से भी इतनी तेज क्यों हिली दिल्ली
- Monday February 17, 2025
- Edited by: मेघा शर्मा
दिल्ली एनसीआर में आज सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए लेकिन लोगों को इस बात ने हैरान कर दिया कि झटकों का केंद्र भी दिल्ली में ही था. इस पर डॉक्टर ओपी मिश्रा ने बताया कि धौलाकुआं के पास झील पार्क इसका केंद्र था और यहां पहले भी भूकंप आता रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि भूकंप की वजह से किसी को डरने की जरूरत नहीं है.
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भूकंप का पूर्वानुमान लगाने की प्रणाली पर काम कर रहा है भारत
- Wednesday May 24, 2017
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देश के विभिन्न इलाकों के भूकंप संवेदी होने की पृष्ठभूमि में भारत में एक ऐसी चेतावनी प्रणाली विकसित करने पर काम किया जा रहा है जिससे इसका पूर्वानुमान लगाया जा सके ताकि भूकंप के कारण होने वाले नुकसान को कम किया जा सके. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डा. हषर्वधन ने कहा कि दुनिया में अभी कहीं पर भी भूचाल, भूकंप का पूर्वानुमान करने की प्रणाली नहीं है. इस दिशा में कार्य चल रहे हैं और भारत में भी प्रयास हो रहा है. मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारत में भी कुमांउ में आईआईटी रूड़की और ताइवान मिलकर अध्ययन कर रहे हैं. भूकंप के पूर्वानुमान व्यक्त करने की प्रणाली विकसित करने पर कार्य चल रहा है.
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