Sarvepalli Radhakrishna
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Teachers' Day पर Google ने बनाया डूडल, छिपा है एक खास संदेश
- Thursday September 5, 2019
शिक्षक दिवस के मौके पर गूगल ने डूडल बनाकर एक खास संदेश देने की कोशिश की है. इस डूडल में एक ऑक्टोपस समुद्र के अंदर शिक्षक बनकर मछलियों को गणित और दूसरे हाथ से केमेस्ट्री पढ़ा रहा है साथ ही तीसरे हाथ कई मछलियों से उनकी आंसर शीट लेता हुआ दिखाई दे रहा है. इसमें संदेश देने की कोशिश की गई है कि एक शिक्षक की हमारे जीवन कई बहुआयामाी भूमिका होती है और कई चीजें सिखाते हैं. भारतीय परंपरा में वैसे भी शिक्षका दर्जा सबसे ऊपर रहा है. जब देश में गुरुकुल परंपरा लागू थी तो उस समय शिक्षक ही समाज को दिशा का देने का सबसे बड़ा काम करते थे. वह न सिर्फ लोगों को ज्ञानवान बनाते थे बल्कि राजनीतिक और समाजिक मामलों में भी नीतियां करते थे. आचार्य चाणक्य इसका सबसे उदाहरण हैं. चाणक्य ने ब्राह्मण होते हुए सभी वर्जनाओं को तोड़कर एक बालक के अंदर राजा बनाया था जो उस समय के जाति व्यवस्था के आधार पर निचले दर्जे से आता था. यही बालक आगे चलकर चंद्रगुप्त मौर्य के नाम से प्रतापी राजा बना. भारत के इतिहास में उसके वंश के कार्यकाल को मौर्य वंश के नाम से जाना जाता है.
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ndtv.in
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Sarvepalli Radhakrishnan: ये हैं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के 10 अनमोल विचार
- Thursday September 5, 2019
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Sarvepalli Radhakrishnan) की जयंती के मौके पर हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस (Teachers Day) मनाया जाता है. राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद और महान दार्शनिक थे. डॉ राधाकृष्णन समूचे विश्व को एक विद्यालय मानते थे. उनका मानना था कि शिक्षा के द्वारा ही मानव मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है.
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Teachers' Day पर Google ने बनाया डूडल, छिपा है एक खास संदेश
- Thursday September 5, 2019
शिक्षक दिवस के मौके पर गूगल ने डूडल बनाकर एक खास संदेश देने की कोशिश की है. इस डूडल में एक ऑक्टोपस समुद्र के अंदर शिक्षक बनकर मछलियों को गणित और दूसरे हाथ से केमेस्ट्री पढ़ा रहा है साथ ही तीसरे हाथ कई मछलियों से उनकी आंसर शीट लेता हुआ दिखाई दे रहा है. इसमें संदेश देने की कोशिश की गई है कि एक शिक्षक की हमारे जीवन कई बहुआयामाी भूमिका होती है और कई चीजें सिखाते हैं. भारतीय परंपरा में वैसे भी शिक्षका दर्जा सबसे ऊपर रहा है. जब देश में गुरुकुल परंपरा लागू थी तो उस समय शिक्षक ही समाज को दिशा का देने का सबसे बड़ा काम करते थे. वह न सिर्फ लोगों को ज्ञानवान बनाते थे बल्कि राजनीतिक और समाजिक मामलों में भी नीतियां करते थे. आचार्य चाणक्य इसका सबसे उदाहरण हैं. चाणक्य ने ब्राह्मण होते हुए सभी वर्जनाओं को तोड़कर एक बालक के अंदर राजा बनाया था जो उस समय के जाति व्यवस्था के आधार पर निचले दर्जे से आता था. यही बालक आगे चलकर चंद्रगुप्त मौर्य के नाम से प्रतापी राजा बना. भारत के इतिहास में उसके वंश के कार्यकाल को मौर्य वंश के नाम से जाना जाता है.
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Sarvepalli Radhakrishnan: ये हैं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के 10 अनमोल विचार
- Thursday September 5, 2019
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Sarvepalli Radhakrishnan) की जयंती के मौके पर हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस (Teachers Day) मनाया जाता है. राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद और महान दार्शनिक थे. डॉ राधाकृष्णन समूचे विश्व को एक विद्यालय मानते थे. उनका मानना था कि शिक्षा के द्वारा ही मानव मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है.
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