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उत्तराखंड : फिर से किया जाएगा केदारनाथ के पुराने पैदल रास्ते का निर्माण, दूरी हो जाएगी कम
- Tuesday February 13, 2024
- Reported by: किशोर रावत, Edited by: सूर्यकांत पाठक
उत्तराखंड में केदारनाथ धाम की पैदल दूरी अब कम होने जा रही है. आपदा के 10 साल बाद रामबाड़ा और गरुड़ चट्टी से होकर जाने वाले पुराने मार्ग को दोबारा अस्तित्व में लाने के लिए काम जारी है. इसको वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी भी मिल गई है. इस पुराने पैदल मार्ग के तैयार होने पर दूरी और समय दोनों ही काम हो जाएंगे.
- ndtv.in
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बड़ी चूक? उत्तराखंड में सुरंग से इमरजेंसी निकासी का रास्ता प्लान में था, लेकिन बनाया नहीं गया
- Saturday November 18, 2023
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
उत्तराखंड में 41 मजदूरों को एक सुरंग में फंसे हुए 160 घंटे से अधिक वक्त बीत चुका है. इस बीच एक नक्शा सामने आया है जो सुरंग का निर्माण करने वाली कंपनी की कथित गंभीर चूक की ओर इशारा कर रहा है. मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार, तीन किलोमीटर से अधिक लंबी सभी सुरंगों में आपदा के हालात में लोगों को बचने के लिए भागने का रास्ता होना चाहिए. नक्शा से ज्ञात हुआ है कि 4.5 किलोमीटर लंबी सिल्कयारा सुरंग के प्लान में भी बचकर निकलने के लिए एक मार्ग बनाया जाना था, लेकिन यह रास्ता बनाया नहीं गया.
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उत्तराखंड : फिर से किया जाएगा केदारनाथ के पुराने पैदल रास्ते का निर्माण, दूरी हो जाएगी कम
- Tuesday February 13, 2024
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उत्तराखंड में केदारनाथ धाम की पैदल दूरी अब कम होने जा रही है. आपदा के 10 साल बाद रामबाड़ा और गरुड़ चट्टी से होकर जाने वाले पुराने मार्ग को दोबारा अस्तित्व में लाने के लिए काम जारी है. इसको वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी भी मिल गई है. इस पुराने पैदल मार्ग के तैयार होने पर दूरी और समय दोनों ही काम हो जाएंगे.
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बड़ी चूक? उत्तराखंड में सुरंग से इमरजेंसी निकासी का रास्ता प्लान में था, लेकिन बनाया नहीं गया
- Saturday November 18, 2023
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उत्तराखंड में 41 मजदूरों को एक सुरंग में फंसे हुए 160 घंटे से अधिक वक्त बीत चुका है. इस बीच एक नक्शा सामने आया है जो सुरंग का निर्माण करने वाली कंपनी की कथित गंभीर चूक की ओर इशारा कर रहा है. मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार, तीन किलोमीटर से अधिक लंबी सभी सुरंगों में आपदा के हालात में लोगों को बचने के लिए भागने का रास्ता होना चाहिए. नक्शा से ज्ञात हुआ है कि 4.5 किलोमीटर लंबी सिल्कयारा सुरंग के प्लान में भी बचकर निकलने के लिए एक मार्ग बनाया जाना था, लेकिन यह रास्ता बनाया नहीं गया.
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