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Covid19 के सालों बाद तक रहता है मिरगी के दौरे आने और दिमाग कमजोर होने का खतरा : स्टडी
- Thursday August 18, 2022
जब से कोविड-19 महामारी (Covid19 Pandemic) शुरू हुई है, तब से ऐसे प्रमाण बढ़ रहे हैं कि कोविड से बचने वालों में न्यूरोलॉजिकल (Neurological) और साइकैट्रिक कंडीशन (psychiatric conditions) का खतरा बढ़ जाता है.
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कोरोना के चलते बढ़ रहे हैं तनाव और अवसाद के मामले, सबसे बड़ा कारण आर्थिक दबाव
- Sunday October 10, 2021
world mental health day today : बीएमसी (BMC) के पोस्ट कोविड ओपीडी में एक अस्पताल में क़रीब 40 नए मरीज़ रोज़ाना पहुंच रहे हैं. एक्स्पर्ट बताते हैं कि संक्रमण के बाद कुछ के दिमाग़ में मूड-नींद को नियंत्रित करने वाले हार्मोन—‘सिरोटोनिन’ की मात्रा कम हो रही है, जिससे लोग डिप्रेशन-ऐंज़ाइयटी का शिकार हो रहे हैं.
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कोविड-19 से ठीक हुए मरीजों के लिवर और लंग्स में पस भरने के असामान्य मामले, एक की मौत
- Thursday July 22, 2021
सर गंगा राम अस्पताल के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड पैन्क्रियाटिकोबिलरी साइंसेज के चेयरमैन प्रोफेसर अनिल अरोड़ा के अनुसार, "हमने देखा कि मरीजों में कोविड से 22 दिन के अंदर ठीक होने के बाद जो प्रतिरक्षात्मक (इम्यूनोकम्पीटेंट) थे, उनके लिवर के दोनों हिस्से बहुत ज्यादा मवाद से भरे हुए थे, जिन्हें तुरंत ड्रेनेज और अस्पताल में भर्ती करने की अतिशीघ्र आवश्यकता थी."
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कोरोना से ठीक होने के बाद भी मुश्किलें, खून जमने से हार्ट अटैक-स्ट्रोक का खतरा
- Wednesday June 30, 2021
कोरोनावायरस (Coronavirus) का संक्रमण कम हुआ तो उसके बाद की समस्या भी बड़ी है. बात पोस्ट कोविड तकलीफों की, कोविड से ठीक होने के हफ्तों बाद भी हमारे शरीर में खून के थक्के जमते रहते हैं, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक के मामले देखे जा रहे हैं. खून जमने की ये समस्या हफ्तों तक दिखती है. बिना हृदय रोग वाले, कोविड से ठीक हुए युवा मरीजों में भी हार्ट अटैक के मामले देखे जा रहे हैं. दरअसल कुछ कोरोना रोगी स्वस्थ तो हो गए हैं लेकिन उनके शरीर में खून के थक्के बन रहे हैं.
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- Wednesday June 30, 2021
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