शुक्रवार को दिल्ली में रामधारी सिंह दिनकर पर एक बड़ा कार्यक्रम हुआ। मौका उनकी दो किताबों 'संस्कृति के चार अध्याय' और 'परशुराम की प्रतीक्षा' के प्रकाशन के 50 साल पूरे होने का था।
शुक्रवार को दिल्ली में रामधारी सिंह दिनकर पर एक बड़ा कार्यक्रम हुआ। मौका उनकी दो किताबों 'संस्कृति के चार अध्याय' और 'परशुराम की प्रतीक्षा' के प्रकाशन के 50 साल पूरे होने का था।