Meghalaya Miners
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मेघालय की अवैध कोयला खदान में दिखा एक और शव, बाहर निकालने की कोशिश तेज
- Saturday January 26, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
मेघालय के पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले की एक खदान में 13 दिसंबर से फंसे हुए खनिकों में से एक और शव का पता नौसेना के गोताखोरों ने लगाया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. जिला उपायुक्त एफ एम डोप्थ ने बताया, भारतीय नौसेना ने हमें जानकारी दी है कि तड़के तीन बजे एक और शव का पता चला है और यह मुख्य शाफ्ट से 280 फुट दूर है''
- ndtv.in
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मेघालय: एक महीने के बचाव कार्य के बाद नेवी गोताखोरों को मिला पहला शव, अवैध खान में फंसे हैं 15 मजदूर
- Thursday January 17, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान, वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (एनजीआईआर-सीएसआईआर) और ग्रैविटी एंड मैग्नेटिक ग्रुप के विशेषज्ञों की एक टीम भी बचाव कार्य में लगी हुई है. रविवार तक 370 फुट गहरी खदान से एक करोड़ लीटर पानी निकाला जा चुका था.
- ndtv.in
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पता नहीं मजदूर जीवित हैं या नहीं मगर चमत्कार होते रहते हैं, काम जारी रखें: मेघालय मामले पर सुप्रीम कोर्ट
- Friday January 11, 2019
- Reported by: आशीष भार्गव
मेघालय में कोयला खदान में फंसे मजदूरों के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य और केंद्र सरकार को राहत बचाव कार्य जारी रखने को कहा है.
- ndtv.in
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जिंदा या मृत, उन्हें बाहर निकालें: सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार- मेघालय में मजदूरों का क्या हुआ, हम बचाव कार्य से संतुष्ट नहीं
- Thursday January 3, 2019
- Reported by: आशीष भार्गव
जस्टिस एके सीकरी और जस्टिस एस अब्दुल नजीर की बेंच ने कहा कि अगर सरकार कदम उठा रही है तो खदान के मजदूरों का क्या हुआ? बेंच ने कहा, 'मजदूरों को खदान में फंसे हुए कितने दिन हो गए? क्या इस मामले में केंद्र, राज्य और एजेंसियों के बीज समन्वय नहीं है? क्या कोर्ट सेना को कदम उठाने के लिए आग्रह नहीं कर सकता? हम अभी तक उठाए गए कदमों से संतुष्ट नहीं हैं. मजदूरों को बाहर निकालने के लिए तुरंत कदम उठाने की जरूरत है. अगर ये भी माना जा रहा है कि वो जिंदा हैं या नहीं तो भी उन्हें बाहर निकाला जाना चाहिए.' साथ ही जस्टिस सीकरी ने कहा कि हम प्रार्थना करते हैं कि वे सब जिंदा हैं.
- ndtv.in
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मेघालय: मजदूरों को बचाने आए गोताखोर भी नहीं उतर पा रहे हैं खदान में, जानें 10 बड़ी बातें
- Sunday December 30, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
एनडीआरएफ के कर्मी हादसे के एक दिन बाद 14 दिसंबर से खदान में बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं. पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित इस खदान में 13 दिसंबर को पानी भर गया था जब पास की लितेन नदी का पानी इसमें घुस गया था जिससे 15 खनिक अंदर ही फंसे रह गए. राहत और बचाव कार्य में कई संस्थाओं ने आगे हाथ बढ़ाया लेकिन समय बीतने के साथ श्रामिकों को बचाने की चुनौती बढ़ती जा रही है.
- ndtv.in
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मेघालय में फंसे श्रामिकों को निकालने का ऑपरेशन जारी, NDRF को मिले 3 हेलमेट,मजदूरों के कोई सुराग नहीं
- Saturday December 29, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
एनडीआरएफ की टीम को खनिकों के 3 हेलमेट मिले हैं. इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल 3 हेलमेट मिले हैं बचाव अभियान जारी है. उन्होंने बरामद हुए हेलमेट की तस्वीरें भी जारी की हैं.
- ndtv.in
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मेघालय की अवैध कोयला खदान में दिखा एक और शव, बाहर निकालने की कोशिश तेज
- Saturday January 26, 2019
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मेघालय के पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले की एक खदान में 13 दिसंबर से फंसे हुए खनिकों में से एक और शव का पता नौसेना के गोताखोरों ने लगाया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. जिला उपायुक्त एफ एम डोप्थ ने बताया, भारतीय नौसेना ने हमें जानकारी दी है कि तड़के तीन बजे एक और शव का पता चला है और यह मुख्य शाफ्ट से 280 फुट दूर है''
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- Thursday January 17, 2019
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हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान, वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (एनजीआईआर-सीएसआईआर) और ग्रैविटी एंड मैग्नेटिक ग्रुप के विशेषज्ञों की एक टीम भी बचाव कार्य में लगी हुई है. रविवार तक 370 फुट गहरी खदान से एक करोड़ लीटर पानी निकाला जा चुका था.
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पता नहीं मजदूर जीवित हैं या नहीं मगर चमत्कार होते रहते हैं, काम जारी रखें: मेघालय मामले पर सुप्रीम कोर्ट
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- Reported by: आशीष भार्गव
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- Reported by: आशीष भार्गव
जस्टिस एके सीकरी और जस्टिस एस अब्दुल नजीर की बेंच ने कहा कि अगर सरकार कदम उठा रही है तो खदान के मजदूरों का क्या हुआ? बेंच ने कहा, 'मजदूरों को खदान में फंसे हुए कितने दिन हो गए? क्या इस मामले में केंद्र, राज्य और एजेंसियों के बीज समन्वय नहीं है? क्या कोर्ट सेना को कदम उठाने के लिए आग्रह नहीं कर सकता? हम अभी तक उठाए गए कदमों से संतुष्ट नहीं हैं. मजदूरों को बाहर निकालने के लिए तुरंत कदम उठाने की जरूरत है. अगर ये भी माना जा रहा है कि वो जिंदा हैं या नहीं तो भी उन्हें बाहर निकाला जाना चाहिए.' साथ ही जस्टिस सीकरी ने कहा कि हम प्रार्थना करते हैं कि वे सब जिंदा हैं.
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- Sunday December 30, 2018
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एनडीआरएफ के कर्मी हादसे के एक दिन बाद 14 दिसंबर से खदान में बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं. पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित इस खदान में 13 दिसंबर को पानी भर गया था जब पास की लितेन नदी का पानी इसमें घुस गया था जिससे 15 खनिक अंदर ही फंसे रह गए. राहत और बचाव कार्य में कई संस्थाओं ने आगे हाथ बढ़ाया लेकिन समय बीतने के साथ श्रामिकों को बचाने की चुनौती बढ़ती जा रही है.
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- Saturday December 29, 2018
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एनडीआरएफ की टीम को खनिकों के 3 हेलमेट मिले हैं. इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल 3 हेलमेट मिले हैं बचाव अभियान जारी है. उन्होंने बरामद हुए हेलमेट की तस्वीरें भी जारी की हैं.
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