Kanhaiya Kumar Bihar Rally
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देश को तय करना होगा, महात्मा गांधी के साथ चलना है या गोडसे के: कन्हैया
- Friday February 28, 2020
उन्होंने कहा, "आज एक तरफ भगत सिंह और अंबेडकर को मानने वाले लोग हैं तो दूसरी ओर गोडसे को माननेवाले लोग है. इन लोगों ने एक ऐसी टीम बना रखी है जो गोयबल्स को भी फेल कर रही है. इनकी आइटी टीम मोबाइल का इस्तेमाल कर कन्हैया और कामरान को लड़ा रही है." उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमें सिर्फ इसपर अडिग रहना है कि एनपीआर भी वापस होने तक हमें आंदोलन जारी रखना है. उन्होंने 'बिहार मांगे रोजगार, नहीं चाहिए एनपीआर' का नारा बुलंद करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा.
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बिहार के कटिहार में कन्हैया कुमार के काफिले पर फेंके गए जूते-चप्पल, 'वापस जाओं' के नारे लगे
- Friday February 7, 2020
कन्हैया के काफिले पर यह हमला उस वक्त हुआ, जब वे कटिहार के राजेंद्र स्टेडियम में सभा करने के बाद भागलपुर जा रहे थे. शहीद चौक के पास लोगों ने कन्हैया कुमार के विरोध में पोस्टर दिखाए और आगे बढ़ने पर काफिले पर जूते-चप्पल फेंके. इस दौरान लोगों ने कन्हैया वापस जाओ के नारे भी लगाए.
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कन्हैया कुमार बोले- सावरकर के सपनों का नहीं, भगत सिंह के सपनों का भारत बनाना है
- Tuesday December 17, 2019
CAA और NRC को 'संविधान की आत्मा पर हमला' बताते हुए उन्होंने कहा, 'आज संविधान पर संकट आ खड़ा हुआ है. संविधान को बचाने की जरूरत है. संविधान की मूल भावना है कि किसी भी नागरिक के साथ जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होगा, लेकिन इसके ठीक उलटा किया जा रहा है. जिन लोगों को अपने देश के संविधान से प्यार नहीं है, वे ही ऐसे काले कानून का समर्थन कर रहे हैं.'
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जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार बिहार में वामपंथी दलों का चेहरा होंगे
- Thursday October 25, 2018
कई वर्षों के अंतराल के बाद सीपीआई ने पटना के गांधी मैदान में बृहस्पतिवार को 'भाजपा भगाओ, देश बचाओ रैली' का आयोजन किया. इस रैली में केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए विरोधी अधिकांश दलों के नेता जहां मौजूद थे वहीं सीपीआई ने जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को अपना चेहरा बनाकर पेश किया.
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- Friday February 28, 2020
उन्होंने कहा, "आज एक तरफ भगत सिंह और अंबेडकर को मानने वाले लोग हैं तो दूसरी ओर गोडसे को माननेवाले लोग है. इन लोगों ने एक ऐसी टीम बना रखी है जो गोयबल्स को भी फेल कर रही है. इनकी आइटी टीम मोबाइल का इस्तेमाल कर कन्हैया और कामरान को लड़ा रही है." उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमें सिर्फ इसपर अडिग रहना है कि एनपीआर भी वापस होने तक हमें आंदोलन जारी रखना है. उन्होंने 'बिहार मांगे रोजगार, नहीं चाहिए एनपीआर' का नारा बुलंद करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा.
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कन्हैया के काफिले पर यह हमला उस वक्त हुआ, जब वे कटिहार के राजेंद्र स्टेडियम में सभा करने के बाद भागलपुर जा रहे थे. शहीद चौक के पास लोगों ने कन्हैया कुमार के विरोध में पोस्टर दिखाए और आगे बढ़ने पर काफिले पर जूते-चप्पल फेंके. इस दौरान लोगों ने कन्हैया वापस जाओ के नारे भी लगाए.
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- Tuesday December 17, 2019
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