विज्ञापन

Iran Economy

'Iran Economy' - 3 News Result(s)
  • अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत से आ सकते हैं ईरान के 'बुरे दिन'

    अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत से आ सकते हैं ईरान के 'बुरे दिन'

    ईरान में तनाव की दोहरी मार पड़ रही है. शिया मुस्लिम बहुल इस देश में पहले से ही इजरायल के साथ युद्ध के विस्तार का खतरा मंडरा रहा है वहीं अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की घंटी बजने लगी है. यह खतरा अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump victory in US elections) की जीत से आ गया है. ईरान की करेंसी रियाल (Iran Currency Rial) अब अमेरिकी डॉलर (US Dollar) की तुलना में रसातल पर चली गई है. इसका असर सीधा ईरान की अर्थव्यवस्था (Economy of Iran) पर पड़ना लाजमी हो गया है. एक डॉलर में इस समय करीब सात लाख रियाल आ जाएंगे. दो दिनों से रियाल की स्थिति अंतरराष्ट्रीय बाजार में इतनी गिरी हुई है. 

  • इजरायल-ईरान तनाव और बढ़ा तो भारत की अर्थव्यवस्था पर क्या असर होगा, यहां जानें

    इजरायल-ईरान तनाव और बढ़ा तो भारत की अर्थव्यवस्था पर क्या असर होगा, यहां जानें

    ईरान की ओर से मंगलवार को इजरायल पर किए गए मिसाइल हमले के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ गया है. अगर यह तनाव और बढ़ा तो इसका असर क्षेत्र के दूसरे देशों पर भी पड़ेगा. पश्चिम एशिया के देशों से भारत के गहरे आर्थिक संबंध है. आइए जानते हैं कि इसका असर भारत पर क्या होगा.

  • हूती के हमलों से भारत सहित दुनिया की अर्थव्यवस्था को खतरा

    हूती के हमलों से भारत सहित दुनिया की अर्थव्यवस्था को खतरा

    यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर होकर गुजरने वाले जहाजों पर अपने हमले बढ़ा दिए हैं. हूती ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वे गाजा पर इजरायल के हमले के खिलाफ हैं और हमास का समर्थन कर रहे हैं. हूती विद्रोहियों को ईरान का समर्थन हासिल है. ईरान हमास का भी बड़े पैमाने पर साथ देता रहा है, इसलिए इन हमलों के लिए अमेरिका सीधे तौर पर ईरान को जिम्मेदार ठहरा रहा है. यह हमले इसलिए अधिक चिंताजनक हैं क्योंकि इससे दुनिया की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है क्योंकि लाल सागर के रास्ते तेल, अनाज समेत बड़े पैमाने पर उपभोक्ता सामानों की आवाजाही होती है.

'Iran Economy' - 3 News Result(s)
  • अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत से आ सकते हैं ईरान के 'बुरे दिन'

    अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत से आ सकते हैं ईरान के 'बुरे दिन'

    ईरान में तनाव की दोहरी मार पड़ रही है. शिया मुस्लिम बहुल इस देश में पहले से ही इजरायल के साथ युद्ध के विस्तार का खतरा मंडरा रहा है वहीं अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की घंटी बजने लगी है. यह खतरा अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump victory in US elections) की जीत से आ गया है. ईरान की करेंसी रियाल (Iran Currency Rial) अब अमेरिकी डॉलर (US Dollar) की तुलना में रसातल पर चली गई है. इसका असर सीधा ईरान की अर्थव्यवस्था (Economy of Iran) पर पड़ना लाजमी हो गया है. एक डॉलर में इस समय करीब सात लाख रियाल आ जाएंगे. दो दिनों से रियाल की स्थिति अंतरराष्ट्रीय बाजार में इतनी गिरी हुई है. 

  • इजरायल-ईरान तनाव और बढ़ा तो भारत की अर्थव्यवस्था पर क्या असर होगा, यहां जानें

    इजरायल-ईरान तनाव और बढ़ा तो भारत की अर्थव्यवस्था पर क्या असर होगा, यहां जानें

    ईरान की ओर से मंगलवार को इजरायल पर किए गए मिसाइल हमले के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ गया है. अगर यह तनाव और बढ़ा तो इसका असर क्षेत्र के दूसरे देशों पर भी पड़ेगा. पश्चिम एशिया के देशों से भारत के गहरे आर्थिक संबंध है. आइए जानते हैं कि इसका असर भारत पर क्या होगा.

  • हूती के हमलों से भारत सहित दुनिया की अर्थव्यवस्था को खतरा

    हूती के हमलों से भारत सहित दुनिया की अर्थव्यवस्था को खतरा

    यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर होकर गुजरने वाले जहाजों पर अपने हमले बढ़ा दिए हैं. हूती ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वे गाजा पर इजरायल के हमले के खिलाफ हैं और हमास का समर्थन कर रहे हैं. हूती विद्रोहियों को ईरान का समर्थन हासिल है. ईरान हमास का भी बड़े पैमाने पर साथ देता रहा है, इसलिए इन हमलों के लिए अमेरिका सीधे तौर पर ईरान को जिम्मेदार ठहरा रहा है. यह हमले इसलिए अधिक चिंताजनक हैं क्योंकि इससे दुनिया की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है क्योंकि लाल सागर के रास्ते तेल, अनाज समेत बड़े पैमाने पर उपभोक्ता सामानों की आवाजाही होती है.