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India Denmark Relations

'India Denmark Relations' - 3 News Result(s)
  • PM मोदी India-Nordic summit में हुए शामिल, कोपनहैगन में है कार्यक्रम 

    PM मोदी India-Nordic summit में हुए शामिल, कोपनहैगन में है कार्यक्रम 

    PM Modi in Denmark: "दूसरा भारत-नॉर्डिक समिट शुरू हुआ. इससे नॉर्डिक देशों के साथ नई तकनीकों, निवेश, स्वच्छ ऊर्जा, आर्कटिक रिसर्च जैसे कई क्षेत्रों में बहुपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर जोर रहेगा."  - विदेश मंत्रालय

  • Explainer: Russia-Ukraine War के बीच PM मोदी का Europe दौरा India के लिए क्यों है अहम?

    Explainer: Russia-Ukraine War के बीच PM मोदी का Europe दौरा India के लिए क्यों है अहम?

    रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के मद्देनज़र अमेरिका (US) और यूरोप (Europe) लगातार लोकतंत्रिक देशों के एक साथ खड़े होने की ज़रूरत बता रहे हैं. इनका मकसद रूस (Russia) को वैश्विक मंच पर अलग-थलग करना है. रूस को वैश्विक व्यवस्था से काटने के लिए यूरोप चाहता है कि भारत (India) रूस (Russia) से दूरी बना ले. भारत ने काफी दबाव के बावजूद यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) की अभी तक सीधी निंदा नहीं की है.

  • पुरुलिया मामला : डेनमार्क के साथ घटेंगे राजनयिक संबंध

    पुरुलिया में हथियार गिराए जाने के मामले के आरोपी किम डेवी के प्रत्यर्पण से इनकार करने संबंधी डेनमार्क की निचली अदालत के फैसले के खिलाफ वहीं के उच्चतम न्यायालय में अपील करने के आग्रह को ठुकरा दिए जाने से भारत ने इस देश के साथ अब राजनयिक संबंधों का स्तर घटाने का फैसला किया है।

'India Denmark Relations' - 3 News Result(s)
  • PM मोदी India-Nordic summit में हुए शामिल, कोपनहैगन में है कार्यक्रम 

    PM मोदी India-Nordic summit में हुए शामिल, कोपनहैगन में है कार्यक्रम 

    PM Modi in Denmark: "दूसरा भारत-नॉर्डिक समिट शुरू हुआ. इससे नॉर्डिक देशों के साथ नई तकनीकों, निवेश, स्वच्छ ऊर्जा, आर्कटिक रिसर्च जैसे कई क्षेत्रों में बहुपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर जोर रहेगा."  - विदेश मंत्रालय

  • Explainer: Russia-Ukraine War के बीच PM मोदी का Europe दौरा India के लिए क्यों है अहम?

    Explainer: Russia-Ukraine War के बीच PM मोदी का Europe दौरा India के लिए क्यों है अहम?

    रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के मद्देनज़र अमेरिका (US) और यूरोप (Europe) लगातार लोकतंत्रिक देशों के एक साथ खड़े होने की ज़रूरत बता रहे हैं. इनका मकसद रूस (Russia) को वैश्विक मंच पर अलग-थलग करना है. रूस को वैश्विक व्यवस्था से काटने के लिए यूरोप चाहता है कि भारत (India) रूस (Russia) से दूरी बना ले. भारत ने काफी दबाव के बावजूद यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) की अभी तक सीधी निंदा नहीं की है.

  • पुरुलिया मामला : डेनमार्क के साथ घटेंगे राजनयिक संबंध

    पुरुलिया में हथियार गिराए जाने के मामले के आरोपी किम डेवी के प्रत्यर्पण से इनकार करने संबंधी डेनमार्क की निचली अदालत के फैसले के खिलाफ वहीं के उच्चतम न्यायालय में अपील करने के आग्रह को ठुकरा दिए जाने से भारत ने इस देश के साथ अब राजनयिक संबंधों का स्तर घटाने का फैसला किया है।