"ग्रीनलैंड बिकाऊ नहीं है" मगर यह व्यापार और दूसरे देशों के साथ सहयोग के लिए तैयार है जिनमें अमरीका (America) भी शामिल है. साल 2019 में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप (US Prsident Donald Trump) के बयान पर यह दो टूक जवाब था ग्रीनलैंड (Greenland)की सरकार का. दरअसल 2019 में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ये कहा था कि "उन्हें अच्छा लगेगा अगर अमरीका (America) दुनिया के सबसे बड़े द्वीप ग्रीनलैंड को ख़रीद ले". अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इसी बयान के बाद ग्रीनलैंड की सरकार ने ग्रीनलैंड बिकाऊ नहीं है का संदेश देकर ट्रंप के मंसूबे को सिरे से खारिज कर दिया था. लेकिन अब नई बात ये है कि 2025 में एक बार फिर से ट्रंप ने दोबार वहीं 5 साल पुराना राग अलापा है. यानी कि ट्रंप को ग्रीनलैंड चाहिये. ट्रंप के ताजा बयानों की वजह से ग्रीनलैंड चर्चा मे है. आइए जानते है ग्रीनलैंड की कहानी (The story of Greenland).