Homosep
- सब
- ख़बरें
-
सेप्टिक टैंक साफ करते वक्त अब नहीं होगी मज़दूरों की मौत, IIT मद्रास ने बनाया रोबोट
- Thursday June 30, 2022
- Reported by: जे. सैम डेनियल स्टालिन
ये एक ऐसी तकनीक है जो 75 साल बाद लोगों को हाथ से मैला उठाने से रोक सकती है. मानवीय गरिमा को कायम कर सकती है और साथ ही उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बना सकती है. कई लोगों को उम्मीद है कि स्थानीय निकाय तेजी से बदलाव लाने के लिए इस तकनीक को अपनाएंगे.
- ndtv.in
-
अब गंदे गटर में उतरने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी, IIT मद्रास ने बनाया ख़ास रोबोट, बचेगी लोगों की ज़िंदगी
- Wednesday June 15, 2022
- Written by: बिक्रम कुमार सिंह
हम हमेशा सुनते या पढ़ते आए हैं कि गटर में जाने से सफाईकर्मियों की मौत होती है. गटर में बहुत ही ज़्यादा गंदगी होती है. कई सारे ज़हरीली गैसें बन जाती हैं. ऐसे में गटर के अंदर जाने का मतलब है अपनी जान दांव पर लगाना.
- ndtv.in
-
सेप्टिक टैंक साफ करते वक्त अब नहीं होगी मज़दूरों की मौत, IIT मद्रास ने बनाया रोबोट
- Thursday June 30, 2022
- Reported by: जे. सैम डेनियल स्टालिन
ये एक ऐसी तकनीक है जो 75 साल बाद लोगों को हाथ से मैला उठाने से रोक सकती है. मानवीय गरिमा को कायम कर सकती है और साथ ही उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बना सकती है. कई लोगों को उम्मीद है कि स्थानीय निकाय तेजी से बदलाव लाने के लिए इस तकनीक को अपनाएंगे.
- ndtv.in
-
अब गंदे गटर में उतरने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी, IIT मद्रास ने बनाया ख़ास रोबोट, बचेगी लोगों की ज़िंदगी
- Wednesday June 15, 2022
- Written by: बिक्रम कुमार सिंह
हम हमेशा सुनते या पढ़ते आए हैं कि गटर में जाने से सफाईकर्मियों की मौत होती है. गटर में बहुत ही ज़्यादा गंदगी होती है. कई सारे ज़हरीली गैसें बन जाती हैं. ऐसे में गटर के अंदर जाने का मतलब है अपनी जान दांव पर लगाना.
- ndtv.in