India | Reported by: भाषा |रविवार अक्टूबर 23, 2016 11:29 AM IST पिछले कुछ महीनों के दौरान भारत-बांग्लादेश सीमा पर बांग्ला और उर्दू भाषा में कूट सिग्नल मिलने के बाद यह संदेह जताया जा रहा है कि क्या चरमपंथी अपने संवाद के लिए इस गैर परांपरागत तरीक का उपयोग कर रहे हैं.