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लोकतांत्रिक देशों में विचारधारा के नाम पर इतनी कड़वाहट क्यों...?
- Wednesday July 17, 2024
- हरीश चंद्र बर्णवाल
आज दुनिया के हर लोकतांत्रिक देश में दक्षिणपंथी पार्टियों की जड़ें समाज में मज़बूत हो रही हैं. विचारधाराओं की टकराहट मानव सभ्यता के विकास की स्वाभाविक नियति है, लेकिन हमारा कर्तव्य होना चाहिए कि इस टकराहट को हिंसा और असहिष्णुता से बचाते हुए परिवक्व और बेहतर विचारधारा को पनपने का मौका दें.
- ndtv.in
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सिंगापुर और भारत के लोग लोकतंत्र से सबसे अधिक संतुष्ट, समृद्ध देशों का बुरा हाल : सर्वे
- Wednesday July 10, 2024
- Written by: सूर्यकांत पाठक
दुनिया के समृद्ध देशों, यानी जहां प्रति व्यक्ति आय अधिक है, में लोकतांत्रिक व्यवस्था (Democratic system) के प्रति लोगों में संतोष के भाव में कमी आई है. अमेरिका के प्यू रिसर्च सेंटर (Pew Research Center) की ओर से किए गए एक सर्वे में यह बात सामने आई है. यह सर्वे दुनिया के 27 देशों में वहां के लोगों में लोकतंत्र (Democracy) के काम करने के तरीके के प्रति संतोष और असंतोष की स्थिति दिखाता है. इस सर्वे में खुलासा हुआ है कि दुनिया के तीन देश सिंगापुर, भारत और स्वीडन में लोकतंत्र के प्रति लोगों की सबसे अधिक आस्था है. इन तीनों देशों के 70 प्रतिशत से अधिक लोगों में लोकतंत्र के प्रति संतोष का भाव है.
- ndtv.in
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आजादी के अमृत महोत्सव पर 75 लोकतांत्रिक देशों के युवाओं को आमंत्रित किया जाएगा
- Tuesday October 19, 2021
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: सूर्यकांत पाठक
विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के नाते भारत ने आजादी के अमृत महोत्सव में दुनिया के 75 लोकतांत्रिक देशों के 35 वर्ष से कम आयु के प्रतिनिधियों को आमंत्रित करने की योजना बनाई है. भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि परिषद भारत की आजादी का अमृत महोत्सव पूरी दुनिया में मना रही है. भारत अपनी आजादी के संघर्ष की कहानी पूरी दुनिया को सुनाएगा. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 25 नवंबर को शुरू हो रहे जेनेक्स्ट डेमोक्रेटिक कान्फ्रेंस का उद्घाटन करने की सहमति दे दी है.
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लोकतांत्रिक देशों में विचारधारा के नाम पर इतनी कड़वाहट क्यों...?
- Wednesday July 17, 2024
- हरीश चंद्र बर्णवाल
आज दुनिया के हर लोकतांत्रिक देश में दक्षिणपंथी पार्टियों की जड़ें समाज में मज़बूत हो रही हैं. विचारधाराओं की टकराहट मानव सभ्यता के विकास की स्वाभाविक नियति है, लेकिन हमारा कर्तव्य होना चाहिए कि इस टकराहट को हिंसा और असहिष्णुता से बचाते हुए परिवक्व और बेहतर विचारधारा को पनपने का मौका दें.
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सिंगापुर और भारत के लोग लोकतंत्र से सबसे अधिक संतुष्ट, समृद्ध देशों का बुरा हाल : सर्वे
- Wednesday July 10, 2024
- Written by: सूर्यकांत पाठक
दुनिया के समृद्ध देशों, यानी जहां प्रति व्यक्ति आय अधिक है, में लोकतांत्रिक व्यवस्था (Democratic system) के प्रति लोगों में संतोष के भाव में कमी आई है. अमेरिका के प्यू रिसर्च सेंटर (Pew Research Center) की ओर से किए गए एक सर्वे में यह बात सामने आई है. यह सर्वे दुनिया के 27 देशों में वहां के लोगों में लोकतंत्र (Democracy) के काम करने के तरीके के प्रति संतोष और असंतोष की स्थिति दिखाता है. इस सर्वे में खुलासा हुआ है कि दुनिया के तीन देश सिंगापुर, भारत और स्वीडन में लोकतंत्र के प्रति लोगों की सबसे अधिक आस्था है. इन तीनों देशों के 70 प्रतिशत से अधिक लोगों में लोकतंत्र के प्रति संतोष का भाव है.
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आजादी के अमृत महोत्सव पर 75 लोकतांत्रिक देशों के युवाओं को आमंत्रित किया जाएगा
- Tuesday October 19, 2021
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: सूर्यकांत पाठक
विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के नाते भारत ने आजादी के अमृत महोत्सव में दुनिया के 75 लोकतांत्रिक देशों के 35 वर्ष से कम आयु के प्रतिनिधियों को आमंत्रित करने की योजना बनाई है. भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि परिषद भारत की आजादी का अमृत महोत्सव पूरी दुनिया में मना रही है. भारत अपनी आजादी के संघर्ष की कहानी पूरी दुनिया को सुनाएगा. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 25 नवंबर को शुरू हो रहे जेनेक्स्ट डेमोक्रेटिक कान्फ्रेंस का उद्घाटन करने की सहमति दे दी है.
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