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Chamoli Flash Flood

'Chamoli Flash Flood' - 3 News Result(s)
  • उत्तराखंड त्रासदी के बाद किस तरह काम आए ड्रोन? तीसरी आंख ने यूं की मदद

    उत्तराखंड त्रासदी के बाद किस तरह काम आए ड्रोन? तीसरी आंख ने यूं की मदद

    उत्तराखंड (Uttarakhand Disaster) के चमोली जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से एक और शव मिला है, जिससे ग्लेशियर टूटने की आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है. वहीं NTPC की तपोवन-विशनुगढ़ जलविद्युत परियोजना स्थल पर 13वें दिन भी खोज और बचाव अभियान जारी रहा. उत्तराखंड में आई तबाही की तस्वीर रोंगटे खड़े कर देती हैं. ऐसे में तमाम परेशानियों के बीच राहत और बचाव का काम NDRF, SDRF, ITBP, सेना समेत अन्य एजेंसियां कर रही हैं और तीसरी आंख के तौर पर ड्रोन कैमरे इनकी मदद कर रहे हैं. बचाव कार्यों में एजेंसियों के ड्रोन कैमरों के साथ-साथ प्राइवेट ड्रोन भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं.

  • उत्तराखंड त्रासदी का छठा दिन, सुरंग से मलबा हटाने का काम जारी

    उत्तराखंड त्रासदी का छठा दिन, सुरंग से मलबा हटाने का काम जारी

    उत्तराखंड (Uttarakhand Flash Flood) के चमोली जिले में 7 फरवरी को आई तबाही से हर कोई हक्का-बक्का रह गया था. दुनियाभर से पीड़ितों की सलामती की दुआएं मांगी जा रही हैं. अभी तक 200 से ज्यादा लोग लापता हैं. 36 शव बरामद किए जा चुके हैं. तपोवन सुरंग में लोगों के फंसे होने की आशंका पर युद्ध स्तर पर मलबा हटाने का काम जारी है. इस काम में बचाव दल के सामने कई चुनौतियां भी हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से बताया गया कि गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने एक बैठक में बचाव और राहत कार्यों की जानकारी ली.

  • उत्तराखंड में उफान पर नदियां : अब तक 29 की मौत, अगले 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी

    उत्तराखंड में उफान पर नदियां : अब तक 29 की मौत, अगले 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी

    उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश, बादल फटने और बाढ़ से अबतक 29 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। वहीं मरने वालों की तादाद और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। सिर्फ़ पिथौरागढ़ से ही 11 लोगों के मरने की ख़बर है, जिनमें 3 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।

'Chamoli Flash Flood' - 3 News Result(s)
  • उत्तराखंड त्रासदी के बाद किस तरह काम आए ड्रोन? तीसरी आंख ने यूं की मदद

    उत्तराखंड त्रासदी के बाद किस तरह काम आए ड्रोन? तीसरी आंख ने यूं की मदद

    उत्तराखंड (Uttarakhand Disaster) के चमोली जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से एक और शव मिला है, जिससे ग्लेशियर टूटने की आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है. वहीं NTPC की तपोवन-विशनुगढ़ जलविद्युत परियोजना स्थल पर 13वें दिन भी खोज और बचाव अभियान जारी रहा. उत्तराखंड में आई तबाही की तस्वीर रोंगटे खड़े कर देती हैं. ऐसे में तमाम परेशानियों के बीच राहत और बचाव का काम NDRF, SDRF, ITBP, सेना समेत अन्य एजेंसियां कर रही हैं और तीसरी आंख के तौर पर ड्रोन कैमरे इनकी मदद कर रहे हैं. बचाव कार्यों में एजेंसियों के ड्रोन कैमरों के साथ-साथ प्राइवेट ड्रोन भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं.

  • उत्तराखंड त्रासदी का छठा दिन, सुरंग से मलबा हटाने का काम जारी

    उत्तराखंड त्रासदी का छठा दिन, सुरंग से मलबा हटाने का काम जारी

    उत्तराखंड (Uttarakhand Flash Flood) के चमोली जिले में 7 फरवरी को आई तबाही से हर कोई हक्का-बक्का रह गया था. दुनियाभर से पीड़ितों की सलामती की दुआएं मांगी जा रही हैं. अभी तक 200 से ज्यादा लोग लापता हैं. 36 शव बरामद किए जा चुके हैं. तपोवन सुरंग में लोगों के फंसे होने की आशंका पर युद्ध स्तर पर मलबा हटाने का काम जारी है. इस काम में बचाव दल के सामने कई चुनौतियां भी हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से बताया गया कि गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने एक बैठक में बचाव और राहत कार्यों की जानकारी ली.

  • उत्तराखंड में उफान पर नदियां : अब तक 29 की मौत, अगले 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी

    उत्तराखंड में उफान पर नदियां : अब तक 29 की मौत, अगले 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी

    उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश, बादल फटने और बाढ़ से अबतक 29 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। वहीं मरने वालों की तादाद और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। सिर्फ़ पिथौरागढ़ से ही 11 लोगों के मरने की ख़बर है, जिनमें 3 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।