Bharati Vidyapeeth
- सब
- ख़बरें
-
भारतीय विद्यापीठ में दाखिले की प्रक्रिया शुरू, यूनिवर्सिटी ने जारी किया एंट्रेंस टेस्ट का शेड्यूल
- Tuesday January 24, 2023
- Written by: पूनम मिश्रा
Bharati Vidyapeeth Admission 2023: भारतीय विद्यापीठ ने साल 2023 की प्रवेश परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया है. इस परीक्षा का आयोजन यूनिवर्सिटी के पीजी और यूजी प्रोग्राम में दाखिले के लिए किया जाता है.
- ndtv.in
-
Bharati Vidyapeeth CET 2022 : भारती विद्यापीठ ने सीईटी परीक्षा तिथि की घोषणा की, जानें कब तक भरे जाएंगे फॉर्म
- Wednesday January 19, 2022
- Written by: पूनम मिश्रा
Bharati Vidyapeeth CET 2022 : पहले और दूसरे फेज के लिए बीवीपी सीईटी 2022 परीक्षा क्रमशः 29 मई और 5 नवंबर 2022 को आयोजित की जाएगी. इच्छुक उम्मीदवार आवेदन की अंतिम तिथि से पहले-पहले आवेदन फॉर्म भरें.
- ndtv.in
-
पुणे में 7 से 11 साल के बच्चों पर Covovax वैक्सीन के दूसरे चरण का ट्रायल शुरू
- Friday October 1, 2021
- Reported by: ANI, Edited by: प्रमोद कुमार प्रवीण
डॉ. ललवानी ने कहा, "बाल चिकित्सा में, यह एक Age de-escalation ट्रायल है, जिसका अर्थ है कि आप पहले अधिक उम्र के बच्चों पर ट्रायल शुरू करते हैं और उसकी प्रभावकारिता देखते हैं, फिर कम उम्र के बच्चों पर आगे बढ़ते हैं. इसलिए इस ट्रायल के प्रथम चरण में पहले 11 से 17 साल के बच्चों पर ट्रायल किया गया.
- ndtv.in
-
भारतीय विद्यापीठ में दाखिले की प्रक्रिया शुरू, यूनिवर्सिटी ने जारी किया एंट्रेंस टेस्ट का शेड्यूल
- Tuesday January 24, 2023
- Written by: पूनम मिश्रा
Bharati Vidyapeeth Admission 2023: भारतीय विद्यापीठ ने साल 2023 की प्रवेश परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया है. इस परीक्षा का आयोजन यूनिवर्सिटी के पीजी और यूजी प्रोग्राम में दाखिले के लिए किया जाता है.
- ndtv.in
-
Bharati Vidyapeeth CET 2022 : भारती विद्यापीठ ने सीईटी परीक्षा तिथि की घोषणा की, जानें कब तक भरे जाएंगे फॉर्म
- Wednesday January 19, 2022
- Written by: पूनम मिश्रा
Bharati Vidyapeeth CET 2022 : पहले और दूसरे फेज के लिए बीवीपी सीईटी 2022 परीक्षा क्रमशः 29 मई और 5 नवंबर 2022 को आयोजित की जाएगी. इच्छुक उम्मीदवार आवेदन की अंतिम तिथि से पहले-पहले आवेदन फॉर्म भरें.
- ndtv.in
-
पुणे में 7 से 11 साल के बच्चों पर Covovax वैक्सीन के दूसरे चरण का ट्रायल शुरू
- Friday October 1, 2021
- Reported by: ANI, Edited by: प्रमोद कुमार प्रवीण
डॉ. ललवानी ने कहा, "बाल चिकित्सा में, यह एक Age de-escalation ट्रायल है, जिसका अर्थ है कि आप पहले अधिक उम्र के बच्चों पर ट्रायल शुरू करते हैं और उसकी प्रभावकारिता देखते हैं, फिर कम उम्र के बच्चों पर आगे बढ़ते हैं. इसलिए इस ट्रायल के प्रथम चरण में पहले 11 से 17 साल के बच्चों पर ट्रायल किया गया.
- ndtv.in